गलतियों का रोना रोकर बर्बाद न करें समय, जीवन में लाएं पहाड़ी झरने जैसा बहाव
आप एक इंसान हैं और इंसान ही गलतियां करते हैं। अगर आप अपनी गलतियों को दोहराते नहीं हैं और फैसला लेकर आगे बढ़ते हैं तो इसका अर्थ है कि आप सही राह पर हैं। उन्हें स्वीकार कीजिए और आगे बढ़िए।
नई दिल्ली, जेएनएन। अतीत की गलतियों का रोना रोकर समय बिताना बहुत आसान है। हम विश्लेषण करके निर्दयता के साथ उन बातों पर गौर करते हैं, जिनके कारण कई रिश्ते असफल हो गए या हम व्यावसायिक निर्णयों के बारे में सोचते हैं, जिन पर हमने अत्यधिक पैसा खर्च कर दिया है या फिर, हमारा दिमाग उन बातों पर घूमता है, जो हम शायद ठीक से कर सकते थे। पर आप अपने साथ निर्दयता का व्यवहार करना छोड़ दें। आप एक इंसान हैं और इंसान ही गलतियां करते हैं। अगर आप अपनी गलतियों को दोहराते नहीं हैं और फैसला लेकर आगे बढ़ते हैं तो इसका अर्थ है कि आप सही राह पर हैं। उन्हें स्वीकार कीजिए और आगे बढ़िए। जैसा कि मार्क ट्वेन ने कहा है, ‘हमें किसी भी अनुभव से उतना ही ज्ञान अर्जन करना चाहिए, जो उसमें है अन्यथा हम उस बिल्ली की तरह हो जाएंगे, जो एक बार गर्म चूल्हे के ढक्कन पर बैठती है। उससे सीख लेकर वह दोबारा कभी गर्म चूल्हे पर ही नहीं, बल्कि ठंडे चूल्हे पर भी नहीं बैठेगी।’
यह बात हमें बताती है कि हम सब गलतियां करते हैं, पर वे हमारे विकास और प्रगति के लिए आवश्यक हैं। पूरी तरह से निर्दोष होने की जरूरत को छोड़कर यदि हम एक समझदारी के दृष्टिकोण के साथ अपने जीवन को देखना शुरू करते हैं तो हम अपने जीवन का बहाव एक पहाड़ी झरने की तरह कर सकते हैं। जो पेड़-पौधों से भरे हुए जंगल से होकर प्रबलता के साथ बहता रहता है। हम सिर्फ वास्तविक स्वभाव के साथ ही असली शांति पा सकते हैं। एक तरीका है जो उच्च कोटि की जागरूकता और निजी ज्ञान को बढ़ा सकता है। रॉबिन शर्मा की पुस्तक ‘हू विल क्राई व्हेन यू डाई’ से साभार
जरूरी सबक
- आप अपने जीवन में हुई दस भूलों को एक रजिस्टर में बाईं तरफ के पन्ने पर लिखिए। उसके बाद दाहिनी तरफ के पन्ने पर उन लाभों का वर्णन कीजिए, जो आपकी हर भूल ने आपको सिखाए हैं और किस प्रकार उनके परिणाम आपके जीवन में शामिल हो गए हैं।
- आपको एहसास होगा कि हमारा जीवन हमारी पूर्व गलतियों के बिना रंगहीन हो जाता है। अपने साथ सद्भावनापूर्ण सलूक करिए और जीवन को उसके वास्तविक रूप में ही लीजिए, जैसा कि यह हमें मिला है।