भारत में बढ़ी डिजिटल एवं टिकाऊ व्यापार सुविधा, यूएन सर्वे में भारत ने 90.32 फीसद अंक किए हासिल

यूएनईएससीएपी सर्वेक्षण में कहा गया है कि दक्षिण एवं दक्षिण- पश्चिम एशिया क्षेत्र और एशिया-प्रशांत क्षेत्र की तुलना में भारत सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला देश है। भारत का समग्र स्कोर भी फ्रांस ब्रिटेन कनाडा नार्वे फिनलैंड आदि कई देशों के मुकाबले अधिक पाया गया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 09:53 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 09:53 PM (IST)
भारत में बढ़ी डिजिटल एवं टिकाऊ व्यापार सुविधा, यूएन सर्वे में भारत ने 90.32 फीसद अंक किए हासिल
यूएनईएससीएपी ने दुनिया की 143 अर्थव्यवस्थाओं को इस सर्वेक्षण में शामिल किया गया था।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। डिजिटल एवं टिकाऊ व्यापार सुविधा में भारत ने पिछले दो वर्षों में अपनी स्थिति को काफी मजबूत किया है। यह बात संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक आयोग (यूएनईएससीएपी) के डिजिटल एवं टिकाऊ व्यापार सुविधा के ताजा वैश्विक सर्वेक्षण रिपोर्ट में कही गई है। इस सर्वेक्षण में भारत ने इस वर्ष 90.32 फीसद अंक हासिल किए। वर्ष 2019 में किए गए इस सर्वेक्षण में भारत को 78.49 फीसद अंक मिले थे।

एनईएससीएपी ने दुनिया की 143 अर्थव्यवस्थाओं को सर्वेक्षण में शामिल किया था

यूएनईएससीएपी ने दुनिया की 143 अर्थव्यवस्थाओं को इस सर्वेक्षण में शामिल किया गया था। इस सर्वे में मुख्य रूप से पांच चीजों को शामिल किया गया था। इनमें पारदर्शिता, औपचारिकताएं, संस्थागत व्यवस्था व सहयोग, कागज-रहित व्यापार एवं सीमा पार कागज रहित व्यापार शामिल हैं।

भारत सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला देश: सर्वेक्षण

सर्वेक्षण में कहा गया है कि दक्षिण एवं दक्षिण- पश्चिम एशिया क्षेत्र और एशिया-प्रशांत क्षेत्र की तुलना में भारत सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला देश है। भारत का समग्र स्कोर भी फ्रांस, ब्रिटेन, कनाडा, नार्वे, फिनलैंड आदि कई देशों के मुकाबले अधिक पाया गया है और भारत का समग्र स्कोर यूरोपीय संघ के औसत स्कोर से अधिक है। भारत ने पारदर्शिता सूचकांक के लिए 100 फीसद और व्यापार में महिलाओं की भागीदारी संबंधी मामले में 66 फीसद अंक हासिल किया।

पारदर्शिता के मामले में भारत को 100 फीसद अंक, कागज रहित व्यापार में 66.67 फीसद अंक

पारदर्शिता के मामले में इस वर्ष भारत को 100 फीसद अंक दिए गए जबकि वर्ष 2019 में भारत ने पारदर्शिता के मामले में 93.33 फीसद अंक हासिल किए थे। इस वर्ष की सर्वेक्षण रिपोर्ट में कारोबार से जुड़ी औपचारिकताओं के मामले में भारत को 95.83 फीसद अंक मिले, जबकि वर्ष 2019 में यह 87.5 फीसद था। संस्थागत व्यवस्था एवं सहयोग में इस वर्ष भारत ने 88.89 फीसद अंक प्राप्त किए जबकि 2019 में 66.67 फीसद अंक मिले थे। कागज रहित व्यापार में वर्ष 2019 में 81.48 फीसद अंक प्राप्त हुए थे। सीमा पार कागज रहित व्यापार में भारत को इस वर्ष 66.67 फीसद अंक मिले जबकि वर्ष 2019 में 55.56 फीसद अंक मिले थे।

केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर: सीमा शुल्क में उल्लेखनीय सुधार

केंद्रीय अप्रत्यक्ष करों के मामले में किए गए सुधारों की वजह से भारत ने फेसलेस, पेपरलेस और कांटैक्टलेस व्यवस्था के तहत सीमा शुल्क में उल्लेखनीय सुधार किया। वित्त मंत्रालय के मुताबिक डिजिटल एवं टिकाऊ व्यापार सुविधा पर यूएनईएससीएपी रैंकिंग में सुधार के संदर्भ में इसका सीधा प्रभाव पड़ा है।

कोविड-19 वैश्विक महामारी: उपकरण, जीवन रक्षक दवाएं, टीके में तेज प्रयास

कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान सीमा शुल्क ढांचे के तहत कोविड से संबंधित आयातों जैसे आक्सीजन से संबंधित उपकरण, जीवन रक्षक दवाएं, टीके आदि में तेजी लाने के लिए सभी प्रयास किए गए। डिजिटल एवं टिकाऊ व्यापार सुविधा पर वैश्विक सर्वेक्षण हर दो वर्ष में यूएनईएससीएपी द्वारा आयोजित किया जाता है।

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