देश के 180 जिलों में सात दिनों से नहीं आया कोरोना का एक भी मामला, महाराष्ट्र में सख्ती के बावजूद बिगड़ रहे हालात

महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा स्थिति खराब है। कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने और उसकी चेन तोड़ने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने पिछले एक महीने से सख्त पाबंदियां लगाई हैं इसके बावजूद रोजाना 50 हजार से ज्यादा नए संक्रमित मिल रहे हैं।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 06:09 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 06:17 PM (IST)
देश के 180 जिलों में सात दिनों से नहीं आया कोरोना का एक भी मामला, महाराष्ट्र में सख्ती के बावजूद बिगड़ रहे हालात
देश में लगातार तीसरे दिन चार लाख से ज्यादा नए मामले मिले

नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कोहराम के बीच कुछ राहत की खबर मिली है। देश के 180 जिलों में पिछले सात दिनों से और 18 जिलों में पिछले 14 दिनों से कोरोना संक्रमण का कोई नया मामला नहीं मिला है। हालांकि, पूरे देश की बात करें तो लगातार तीसरे दिन शनिवार को चार लाख से ज्यादा नए मामले पाए गए और चार हजार से ज्यादा लोगों की जान भी चली गई।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने उपरोक्त जानकारी देते हुए बताया कि देश के 54 जिले ऐसे भी हैं जहां पिछले 21 दिनों यानी तीन हफ्ते से कोरोना संक्रमण का कोई नया केस नहीं पाया गया है।

मंत्रालय की तरफ से सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे के दौरान देश भर में 4,01,078 नए संक्रमित सामने आए हैं, जिनमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 54,022, कर्नाटक में 48,781 और केरल में 38,460 मामले शामिल हैं। इस दौरान 4,187 और मरीजों की जान भी चली गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि देश में पहली बार चार हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, हालांकि राज्यों से मिली रिपोर्ट के आधार पर कुछ समाचार एजेंसियों ने शुक्रवार देर रात तक ही कोरोना महामारी से चार हजार से अधिक मौतों की जानकारी दे दी थी।

मंत्रालय के मुताबिक कुल संक्रमितों का आंकड़ा दो करोड़ 18 लाख 92 हजार को पार कर गया है। इनमें से अब तक एक करोड़ 79 लाख 30 हजार से ज्यादा मरीज पूरी तरह से संक्रमण मुक्त भी हो चुके हैं, जिनमें पिछले 24 घंटे के दौरान स्वस्थ्य घोषित किए गए 3,18,609 लोग भी शामिल हैं। महामारी की वजह से 2,38,270 लोगों की जान भी जा चुकी है। मरीजों के उबरने की दर 81.90 फीसद और मृत्युदर 1.09 फीसद है। सक्रिय मामले बढ़कर 37,23,446 हो गए हैं, जो कुल संक्रमितों का 17.01 फीसद है।

12 राज्यों में 80 फीसद से ज्यादा सक्रिय मामले

स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक देश के 12 जिलों में ही कुल सक्रिय मामलों के 80.68 फीसद मामले हैं। इनमें से महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 6.57 लाख एक्टिव केस हैं। जबकि, कर्नाटक में 5.36 लाख, केरल में 4.02 लाख, उत्तर प्रदेश में 2.54 लाख और राजस्थान में 1.99 लाख सक्रिय मामले हैं। इनके अलावा आंध्र प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, बंगाल, हरियाणा और बिहार में भी ज्यादा संख्या में सक्रिय मामले हैं।

अब तक 30 करोड़ से टेस्ट

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के मुताबिक कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए शुक्रवार को पूरे देश में 18,08,344 नमूनों की जांच की गई। इनको मिलाकर अब तक कुल 30 करोड़ चार लाख से ज्यादा नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है।

सख्ती के बावजूद महाराष्ट्र में दैनिक मामले 50 हजार से ज्यादा

महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा स्थिति खराब है। कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने और उसकी चेन तोड़ने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने पिछले एक महीने से सख्त पाबंदियां लगाई हैं, इसके बावजूद रोजाना 50 हजार से ज्यादा नए संक्रमित मिल रहे हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने इसे बहुत ही गंभीर चिंता का कारण बताया है। टोपे ने कहा कि राज्य के 36 में से 12 जिलों में संक्रमण के मामलों में कमी आई है, लेकिन कुछ दूसरे जिलों में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 14 अप्रैल से ही राज्य में लाकडाउन जैसी पाबंदियों को लागू कर दिया था।

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