दिल्ली और यूपी की आबोहवा हुई खराब, पंजाब में भी साफ नहीं हवा, जानिए क्या है वजह
पंजाब में लगातार पराली जलाए जाने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसका असर भी वहां की हवा पर साफ दिखाई दे रहा है। अधिकतर पंजाब में एक्यूआई लेवल माड्रेट स्तर पर है। वहींं दिल्ली में हवा बेहद खराब है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। पंजाब, अमेरिका और दिल्ली में लगातार वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। इसकी एक बड़ी वजह पड़ोसी राज्यों में पराली जलाना है। पंजाब में पराली जलाए जाने के अब तक 2942 मामले आए सामने आ चुके हैं। इसमें सबसे अधिक 728 मामले तरनतारन से सामने आए हैं। इसके बाद अमृतसर में 665 मामले और तीसरे स्थान पर पटियाला में 279 मामले सामने आए हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि यदि इसी तरह से पराली जलाई जाती रही तो कई जगहों का एक्यूआइ लेवल फिर से बढ़ सकता है और वहां की हवा खराब हो सकती है। दिल्ली की बात करें तो यहां पर सरकार इसको लेकर किसानों को लगातार जागरुक भी करती आ रही है।
सरकार किसानों के बीच पराली गलाने वाले लिक्विड का भी प्रचार प्रसार तेजी से कर रही है। आपको बता दें कि गर्मी के अलावा सर्दियों के मौसम में भी दिल्ली की आबोहवा काफी प्रदुषित रही है। दिल्ली सरकार इसका ठीकरा पड़ोसी राज्यों में जल रही पराली पर ही फोड़ती आई है। दिल्ली सरकार कहती रही है कि पड़ोसी राज्यों में जलाई जाने वाली पराली का धुंआ दिल्ली की आबोहवा को जहरीला बनाता है।
गौरतलब है कि हवा में फैले जहरीले धुंए से एक्यूआई लेवल काफी बढ़ जाता है, जिसकी वजह से सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन जैसी शिकयतें सामने आने लगती हैं। 21 अक्टूबर 2021 की सुबह 9 बजे की ही बात करें तो दिल्ली के आनंद विहार का एक्यूआई लेवल 268 है, जो बेहद खतरनाक है। वहीं आईटीओ पर ये 194, इभास, दिलशाद गार्डन पर 280 था। इसी तरह से यदि पंजाब के अमृतसर की बात करें तो वहां का एक्यूआई लेवल 154 माड्रेट पर था। भठिंडा में ये माड्रेट पर 107, जालंधर में ये 216 खराब, खन्ना में 249 खराब, लुधियाना में 138 माड्रेट, मंडी में माड्रेट 115, पटियाला में भी माड्रेट 131, रूपनगर में भी ये 106 पर माड्रेट ही था।
इसी तरह से यूपी की राजधानी के गोमती नगर की हवा बेहद खराब है। यहां का एक्यूआई लेवल आज सुबह 227 पर था। बता दें कि सीपीसीबी के ताजा आंकड़ों के मुताबिक लखनऊ की हवा गुरुवार सुबह को अधिकतर जगह पर माड्रेट रही है। इसी तरह से पूरे गाजियाबाद की हवा भी खराब स्तर पर है। यहां के लोनी में एक्यूआई लेवल 300 पाया गया है। नोएडा की भी हवा खराब स्तर पर है। यहां पर एक्यूआई लेवल 200 से भी अधिक पाया गया है।
दिल्ली से सटे हरियाणा की यदि बात करें तो यहां पर केवल पलवल और नारनोल में एक्यूआई का लेवल संतोषजनक पाया गया है। इसके अलावा बल्लभगढ़ और फरीदाबाद के सेक्टर 11 में इसका लेवल बेहद खतरनाक रहा है। यहां पर एक्यूआई लेवल 314, 310 था। गुरुग्राम में भी इसके ही आसपास एक्यूआई लेवल था।