सैन्य कमांडर सम्मेलन में बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह- भारत ने सेनाओं और हथियारों के आधुनिकीकरण पर किया काम

सेना के कमांडरों का चार दिवसीय सम्मेलन सोमवार से नई दिल्ली में शुरू हो गया। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के कमांडरों से संवाद किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस दौरान भावी रक्षा चुनौतियों से निपटने की रणनीति पर चर्चा की।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 02:02 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 02:04 PM (IST)
सैन्य कमांडर सम्मेलन में बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह- भारत ने सेनाओं और हथियारों के आधुनिकीकरण पर किया काम
सेना कमांडर सम्मेलन को राजनाथ सिंह ने किया संबोधित।(फोटो: फाइल)

नई दिल्ली, एएनआइ। सेना के कमांडरों का चार दिवसीय सम्मेलन सोमवार से नई दिल्ली में शुरू हुआ। इस सम्मेलन को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया। इस दौरान उन्होंने सेना के कमांडरों से संवाद किया। इस सैन्य कमांडर सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भावी रक्षा चुनौतियों से निपटने की रणनीति पर चर्चा की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि सरकार ने सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण और उच्च गुणवत्ता वाली हथियार प्रणालियों के उत्पादन के लिए कई पहल की हैं। आज यहां गोलमेज सम्मेलन को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि साल 2020 और 2021 में अंतरिक्ष और साइबर स्पेस सहित एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण क्षेत्रों में नए क्षितिज की खोज हुई है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- साल 2020 और 2021 में विश्व मंथन ने अंतरिक्ष साइबर स्पेस, भविष्य की क्षमताओं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉक-चेन, ऑगमेंटेड आदि जैसी विघटनकारी तकनीकों सहित एयरोस्पेस और रक्षा निर्माण क्षेत्रों में नए क्षितिज की खोज को देखा है। भारतीय एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण क्षेत्र की सराहना करते हुए, सिंह ने कहा कि यह क्षेत्र नई ऊंचाइयों पर चढ़ने के लिए तैयार है। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण क्षेत्र आज नई ऊंचाइयों पर चढ़ने के लिए तैयार है।

पिछले 5 वर्षों में भारत के निर्यात की वृद्धि के बारे में बात करते हुए राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि पिछले 5 वर्षों में रक्षा निर्यात में 334 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और अब भारत 75 से अधिक देशों को निर्यात कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार रक्षा आधुनिकीकरण और क्षमताओं के विकास का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है और हमने पिछले वर्ष की तुलना में 2021-22 के वार्षिक बजट में रक्षा पूंजी परिव्यय में 18.75 प्रतिशत की वृद्धि की है। यह पिछले 15 साल में अब तक की सबसे अधिक वृद्धि है।

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