कोरोना के खिलाफ और तेज होगी जंग, विदेश में बने टीकों के आपात इस्तेमाल पर अब तीन दिन में होगा फैसला
कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई के मद्देनजर केंद्र सरकार का कहना है कि अब भारत का औषधि नियामक विदेशों में बने टीकों के सीमित आपात इस्तेमाल के लिए आवेदन मिलने के तीन दिन के भीतर इस पर फैसला लेगा।
नई दिल्ली, एजेंसियां। कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई के मद्देनजर केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। केंद्र का कहना है कि अब भारत का औषधि नियामक विदेशों में बने टीकों के सीमित आपात इस्तेमाल के लिए आवेदन मिलने के तीन दिन के भीतर इस पर फैसला लेगा। केंद्र सरकार ने मंगलवार को डब्ल्यूएचओ, अमेरिका, यूरोप, ब्रिटेन या जापान में नियामकों की मंजूरी पाने वाले टीकों को त्वरित मंजूरी देने के फैसला किया था।
अब सीडीएससीओ ने नियामकीय मंजूरी को लेकर विस्तृत निर्देश जारी किए हैं। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक देश के औषधि महानियंत्रक के नेतृत्व वाला केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) आपात स्थिति में सीमित इस्तेमाल की मंजूरी के लिए पंजीकरण प्रमाणपत्रों और आयात लाइसेंस के लिए आवेदन दिए जाने से तीन दिन के भीतर इस पर विचार कर लिया करेगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को विदेश में बने टीकों के आपात इस्तेमाल के लिए नियामकीय निर्देश जारी किए। मंत्रालय का कहना है कि सरकार के इस फैसले से भारत में विदेशी टीकों की पहुंच हो सकेगी। यही नहीं थोक में दवा सामग्री के आयात और वैक्सीन निर्माण की क्षमता को भी प्रोत्साहन मिलेगा। साथ ही कोरोना से लड़ाई के लिए देश में कोविड वैक्सीन की उपलब्धता भी बढ़ेगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सीडीएससीओ आवेदन कर्ता की ओर से उपलब्ध कराए गए सुरक्षा संबंधी आंकड़ों पर गौर करेगा। इन आंकड़ों के संतोषजनक पाए जाने पर टीके के इस्तेमाल की अनुमति दे दी जाएगी। गौर करने वाली बात यह भी है कि उक्त निर्णय ऐसे समय हुआ है जब एक दिन में कोरोना संक्रमण के दो लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं। मालूम हो कि हाल ही में सरकार ने रूस निर्मित टीके स्पुतनिक वी को मंजूरी दी थी।