Cyclone Gulab: आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तट से टकराया चक्रवाती तूफान, शुरू हुई तेज बारिश

चक्रवाती तूफान ने आंध्र प्रदेश के कलिंगपट्टनम और ओडिशा के गोपालपुर के बीच के भूभाग को प्रभावित किया है। आइएमडी द्वारा चक्रवात की चेतावनी और उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटीय इलाकों के लिए जारी की गई है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 04:13 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 11:38 PM (IST)
Cyclone Gulab: आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तट से टकराया चक्रवाती तूफान, शुरू हुई तेज बारिश
ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तट से टकराया चक्रवाती तूफान 'गुलाब'

नई दिल्ली, एएनआइ। आंध्र प्रदेश और ओड़िशा के तटीय इलाकों से चक्रवाती तूफान गुलाब टकरा गया है। दोनों ही राज्यों के तटीय क्षेत्रों पर तूफान का असर तीन घंटों तक देखा गया। आंध्र प्रदेश में चक्रवाती तूफान के दस्तक देते ही श्रीकाकुलम में भारी बारिश शुरू हो गई। साथ ही तेज हवाएं भी चलनी शुरू हो गई। जिला प्रशासन द्वारा तूफान से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। आइएमडी ने ताजा जानकारी दी कि अगले 6 घंटों के दौरान चक्रवाती तूफान 'गुलाब' कमजोर होकर निम्न दबाव के क्षेत्र (Deep Depression) में बदल सकता है।

बता दें कि चक्रवाती तूफान ने आंध्र प्रदेश के कलिंगपट्टनम और ओडिशा के गोपालपुर के बीच के भूभाग को प्रभावित किया है। आइएमडी द्वारा चक्रवात की चेतावनी और उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटीय इलाकों के लिए जारी की गईं हैं। दोनों ही राज्यों के तटीय इलाकों के पास तेज बारिश शुरू हो गई है। 

#WATCH | Srikakulam in Andhra Pradesh witnessed strong winds and heavy rainfall due to Cyclone Gulab (Earlier visuals)

As per IMD, the landfall process has commenced in coastal regions of Andhra Pradesh and Odisha pic.twitter.com/RKSLzv5cGs— ANI (@ANI) September 26, 2021

पांच मछुआरे समुद्र में बहे

चक्रवाती तूफान के चलते आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम के पांच मछुआरे आज शाम समुद्र में बह गए। ये सभी मछुआरे मंडासा तट पर लौट रहे थे की तभी तेज लहरें आईं और उनकी नाव पलट गई, जिसके चलते वे सभी समुद्र में बह गए। पुलिस और अन्य अधिकारी उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं। यह जानकारी वज्रपुकोट्टुरु के सब इंस्पेक्टर गोविंदराव ने दी है।

पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश के सीएम से ली स्थिति की जानकारी

इसके पहले चक्रवात तूफान से उत्पन्न स्थिति की जानकारी के लिए लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी से बात की थी। पीएम ने ट्वीट कर कहा था कि केंद्र से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। मैं सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं।

वहीं, ओडिशा सरकार ने बचाव दल को संवेदनशील इलाकों में भेजा है। इसके साथ ही लोगों को निचले इलाकों से निकालने के लिए आदेश जारी किया। ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ODRAF) की 42 टीमों और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के 24 दस्तों को दमकल कर्मियों के साथ सात जिलों- गजपति, गंजम, रायगडा, कोरापुट, मलकानगिरी, नबरंरपुर और कंधमाल में भेजा गया। ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पीके जीना ने कहा कि आइएमडी की रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि रात में बारिश बढ़ने की संभावना है। जिला प्रशासन ने चौकसी बरतने को कहा है। अभी तक कोई बड़ा भूस्खलन नहीं हुआ है। रात 9 बजे तक 6 जिलों से करीब 39 हजार लोगों को निकाला जा चुका है। शाम करीब छह बजे शुरू हुआ लैंडफाल का सिलसिला अब भी जारी है। ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है।

NDRF की आठ टीमें आपातकालीन स्थिति  के लिए रखी गईं रिजर्व में

एक अधिकारी ने बताया कि तूफान से निपटने के लिए 15 बचाव दल तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, 11 अग्निशमन इकाइयां, ODRAF की छह टीमें और NDRF की आठ टीमें आपातकालीन उद्देश्यों के लिए रिजर्व में रखी गई हैं।

सरकारी अधिकारियों की रद हुईं छुट्टियां

गजपति और कोरापुट के जिला प्रशासन ने सरकारी कर्मचारियों की 25 और 26 सितंबर को छुट्टियां और छुट्टियां रद कर दी हैं। कलेक्टरों ने सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपने-अपने मुख्यालय पर डटे रहने का निर्देश दिया है।

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