सीएसआइआर के डीजी ने किया आगाह, कोरोना की तीसरी लहर हो सकती है ज्यादा खतरनाक

डीजी ने कहा कि भारत अभी सामुदायिक प्रतिरोधक क्षमता यानी हर्ड इम्युनिटी हासिल करने से दूर है और ऐसे में लोगों को वायरस के संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनना चाहिए। इसके अलावा लोगों को सामाजिक दूरी तथा हाथों की सफाई जैसे उपायों का भी पालन करते रहना चाहिए।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 11:18 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 07:08 AM (IST)
सीएसआइआर के डीजी ने किया आगाह, कोरोना की तीसरी लहर हो सकती है ज्यादा खतरनाक
मास्क के साथ शारीरिक दूरी बनाए रखना जरूरी

तिरुअनंतपुरम, प्रेट्र। वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआइआर) के महानिदेशक (डीजी) शेखर सी. मांडे ने रविवार को चेतावनी दी कि देश में कोरोना महामारी का संकट अभी खत्म नहीं हुआ है। कोरोना की तीसरी लहर के प्रति आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि अगर हम अपनी लापरवाहियों से इसे न्योता देते हैं तो यह बहुत खतरनाक रूप ले सकती है।

मांडे ने कहा कि मौजूदा स्थिति से बाहर निकलने के लिए संस्थानों में लगातार सहयोग के साथ ही जलवायु परिवर्तन और परंपरागत (जीवाश्म) ईंधन पर अति निर्भरता से पैदा होने वाली संकटपूर्ण स्थितियों को टालना भी आवश्यक है। ऐसी संकटपूर्ण स्थिति से पूरी मानवता के लिए खतरा पैदा हो सकता है।

वह यहां राजीव गांधी सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी (आरजीसीबी) द्वारा आयोजित एक डिजिटल कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम का विषय कोविड-19 और भारत की प्रतिक्रिया था।

संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनना है जरूरी

उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत अभी सामुदायिक प्रतिरोधक क्षमता यानी हर्ड इम्युनिटी हासिल करने से दूर है और ऐसे में लोगों को वायरस के संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनना चाहिए। इसके अलावा लोगों को सामाजिक दूरी तथा हाथों की सफाई जैसे उपायों का भी पालन करते रहना चाहिए।

उन्होंने लापरवाही के प्रति लोगों और विज्ञानी समुदाय को आगाह करते हुए कहा कि अगर महामारी की तीसरी लहर आती है तो वह उस चुनौती से कहीं अधिक खतरनाक स्थिति होगी जिसका अब तक देश ने सामना किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि कोरोना वैक्सीन वायरस के विभिन्न स्वरूपों के खिलाफ प्रभावी होंगी।

दिल्ली में मौजूदा समय में 1,335 सक्रिय मरीज 

बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दिल्ली में कोरोना के अब तक कुल छह लाख 39 हजार 289 मामले आ चुके हैं, जिनमें से छह लाख 27 हजार 44 मरीज ठीक हो चुके हैं। इससे मरीजों के ठीक होने की दर 98.08 फीसद है। मृतकों की कुल संख्या 10,910 हो गई है। दिल्ली में मौजूदा समय में 1,335 सक्रिय मरीज हैं। इनमें से 446 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। 

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