कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान के लिए मध्य प्रदेश में सेट-अप किए गए 7,000 सेंटर्स, CM शिवराज सिंह चौहान ने दी जानकारी

देश में इस वक्त तेजी से वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए 7 हजार सेंटर बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के मुताबिक वैक्सीनेश महाअभियान के लिए यह सेंटर बनाए गए हैं।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 02:37 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 02:37 PM (IST)
कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान के लिए मध्य प्रदेश में सेट-अप किए गए 7,000 सेंटर्स, CM शिवराज सिंह चौहान ने दी जानकारी
कोरोना वैक्सीनेशन महाअभियान के लिए मध्य प्रदेश में सेट-अप किए गए 7,000 सेंटर्स

भोपाल, एएनआइ। देश में इस वक्त तेजी से वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए 7 हजार सेंटर बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के मुताबिक, वैक्सीनेश महाअभियान के लिए यह सेंटर बनाए गए हैं। बता दें कि आज से कोरोना वायरस के खिलाफ केंद्र सरकार की नई टीकाकरण नीति प्रभावी हो रही है।

नई टीकाकरण नीति में राज्यों को फ्री मिलेगी वैक्सीन

इस नई नीति के तहत केंद्र सरकार देश में वैक्सीन का उत्पादन करने वाली कंपनियों से उनके उत्पाद का 75 फीसद हिस्सा खरीदेगी और उसे राज्यों को नि:शुल्क प्रदान करेगी। बता दें कि इस महीने के शुरू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीकाकरण नीति में बड़े बदलाव का एलान किया था।

10 लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण करने का होगा प्रयास

मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, एक तरफ हम स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रहे हैं और ज्यादा से ज्यादा कोरोना परीक्षण कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ हमें बड़े पैमाने पर टीकाकरण सुनिश्चित करना है। मुख्यमंत्री ने कहा,'हमने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 'टीकाकरण महाभियान' शुरू किया है। जिसके तहत राज्य में 7,000 सेंंटर स्थापित किए गए हैं। आज से इन केंद्रों पर 10 लाख से अधिक लोगों को टीकाकरण का प्रयास किया जाएगा'।

टीके से जुड़े मिथकों पर विश्वास न करने और वैज्ञानिक तथ्यों पर विचार करने की अपील

इससे पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने योग किया था। इसके बाद उन्होंने दतिया पीताम्बरा देवी सिद्ध पीठ मंदिर में दर्शन किए। इस मुख्यमंत्री ने सभी निवासियों से इस अभियान में भाग लेने का अनुरोध किया। उन्होंने लोगों से टीके से जुड़े मिथकों पर विश्वास न करने और वैज्ञानिक तथ्यों पर विचार करने को भी कहा है।

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