Covid Vaccine: नोवावैक्स वैक्सीन के नतीजे उत्साहजनक, सीरम इंस्टीट्यूट जल्द शुरू करेगा उत्पादन

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कान्फ्रेंस में नोवावैक्स टीके के संदर्भ में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पाल ने कहा कि इसके प्रभाव संबंधी आंकड़े उत्साहजनक हैं और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़े भी संकेत देते हैं कि यह सुरक्षित और अत्यंत प्रभावी है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 11:22 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 11:22 PM (IST)
Covid Vaccine: नोवावैक्स वैक्सीन के नतीजे उत्साहजनक, सीरम इंस्टीट्यूट जल्द शुरू करेगा उत्पादन
नोवावैक्स टीके के संदर्भ में वीके पाल ने कहा कि इसके प्रभाव संबंधी आंकड़े उत्साहजनक हैं

नई दिल्ली, एजेंसियां। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कान्फ्रेंस में नोवावैक्स टीके के संदर्भ में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पाल ने कहा कि इसके प्रभाव संबंधी आंकड़े उत्साहजनक हैं और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़े भी संकेत देते हैं कि यह सुरक्षित और अत्यंत प्रभावी है। उन्होंने कहा, 'आज भारत के लिए इस टीके की प्रासंगिकता यह है कि इसका उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया करेगा।' उन्होंने उम्मीद जताई कि सीरम इंस्टीट्यूट इसका बच्चों पर भी परीक्षण शुरू करेगा।

मोनोक्लोनल एंटीबाडी को निष्प्रभावी कर रहा है डेल्टा प्लस वैरिएंट : केंद्र सरकार

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि बताया कि डेल्टा वैरिएंट का एक नया स्वरूप, जिसे डेल्टा प्लस कहा जा रहा है, देश में सामने आया है और यह मोनोक्लोनल एंटीबाडी थेरेपी को निष्प्रभावी कर रहा है। हालांकि, मंत्रालय ने यह भी कहा कि यह वैरिएंट अभी चिंताजनक नहीं है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पाल ने कहा कि दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार डेल्टा वैरिएंट का नया स्वरूप डेल्टा प्लस सामने आया है और यह यूरोप में मार्च महीने से है। 13 जून को ही इसके बारे में जानकारी सार्वजनिक हुई।

जोनोमिक कंसोर्टियम के जरिये इसके प्रभाव और बदलाव पर रखी जा रही नजर

पाल ने यह बात सामने आई है कि डेल्टा प्लस मोनोक्लोनल एंटीबाडी के इस्तेमाल को निष्प्रभावी कर रहा है। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसे अभी चिंताजनक प्रकार के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया है। चिंता वाला स्वरूप वह होता है जिसमें हमें पता चले कि इसके प्रसार में बढ़ोतरी से मानवता के लिए प्रतिकूल प्रभाव होते हैं। डेल्टा प्लस स्वरूप के बारे में अब तक ऐसा कुछ ज्ञात नहीं है। इसके प्रभाव और बदलाव के बारे में इंडियन सार्स-कोव-2 जीनोमिक कंसोर्टियम यानी आइएनएसएसीओजी प्रणाली के माध्यम से नजर रखी जा रही है।

क्या है मोनोक्लोनल एंडीबाटी थेरेपी

कोरोना संक्रमण के इलाज में इन दिनों मोनोक्लोनल एंडीबाडी ट्रीटमेंट या थेरेपी की खूब चर्चा हो रही है। मोनोक्लोनल एंटीबाडी थेरेपी में एक ऐसी दवा का इस्तेमाल किया जाता है जो संक्रमण से लड़ने के लिए शरीर में प्राकृतिक रूप से बनी एंटीबाडी की नकल करती है।

हरिद्वार कुंभ में फर्जी जांच पर रिपोर्ट मांगी

स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने उत्तराखंड में कुंभ मेले में कथित फर्जी कोरोना जांच के मामले में कहा कि हरिद्वार के जिलाधिकारी को इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा गया है। जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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