COVID-19 Impact: कोरोना के कारण भारत में बच्चों का स्वास्थ्य व पोषण खतरे में, UNICEF का दावा
COVID-19 impact over Chlidren कोरोना महामारी के कारण भारतीय बच्चे प्रभावित होंगे। ऐसा दावा किया है यूनिसेफ ने। इसका कहना है कि इस संक्रमण से बच्चों का पोषण प्रभावित होगा। भारत के अस्पतालों में अभी कोविड मरीज भरे हैं इसलिए गर्भवती महिलाएं संघर्ष कर रहीं हैं।
नई दिल्ली, आइएएनएस। पांच साल से कम उम्र वाले बच्चों पर कोविड संक्रमण का बुरा प्रभाव दिखेगा। ऐसा दावा है UNICEF का। इसके अनुसार इस आयुवर्ग के आधे बच्चे कुपोषण का शिकार होंगे साथ ही आगे भी इस संक्रमण का दुष्प्रभाव दिखेगा। इसका दावा संयुक्त राष्ट्र के चिल्ड्रंस फंड (UNICEF) ने किया है।
भारत में UNICEF के प्रतिनिधि यास्मीन अली हक (Yasmin Ali Haque) ने कहा, 'देश भर में स्कूल बंद हैं और कई राज्यों में ऑनलाइन पढ़ाई का काम भी बाधित है। जो भारत में हो रहा है वह डराने वाला है।' UN के अधिकारी ने बताया कि कोविड ने यह साफ कर दिया कि हम ऐसी दुनिया में रहते हैं जो आपस में एक दूसरे से जुड़े हैं। आज भारत जोखिम और खतरे में है। अन्य देशों की स्थिति बदतर होने से बचाने के लिए हमें एकजुट हो काम करना होगा। अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मिले समर्थन के लिए हम शुक्रगुजार हैं। जब तक महामारी है इस समर्थन को जारी रखने की जरूरत है।
UNICEF की कार्यकारी निदेशक हेनरीटा फोर ने भारत में कोरोना के कारण पैदा हालात पर दुख जताया और कहा है कि भारत में कोविड-19 की 'दुखद' और 'भयावह' स्थिति पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भारत की मदद करने की अपील की। बता दें कि कोविड-19 से निपटने में मदद करने के लिए हाल ही में यूनाइटेड नेशंस चिल्ड्रंस फंड ने भारत को सर्जिकल मास्क समेत जीवन सुरक्षा से जुड़े कई चिकित्सा उपकरण भी भेजे हैं। हेनरीटा ने कहा, 'भारत में कोविड-19 के कारण पैदा हुई यह दुखद स्थिति हम सभी के लिए खतरे की घंटी है। जब तक दुनिया भारत की मदद नहीं करेगी तब तक न केवल इस क्षेत्र में नहीं बल्कि पूरी दुनिया में वायरस के कारण होने वाली मौतों, वायरस के म्यूटेशन, सप्लाई में हो रही देरी की खबरें सामने आती रहेंगी।'
बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आज पहली बार भारत में 24 घंटों के दौरान 4 हजार से अधिक जानें चली गई वहीं 4 लाख से अधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं।