दुनियाभर के देशों ने भारत को कोरोना महामारी से लड़ने में की मदद, रेमडेसिविर की 1.5 लाख डोज दिल्ली पहुंची

भारत ने पिछले वर्ष जिस तरह से पूरी दुनिया को कोरोना महामारी से लड़ने में मदद पहुंचाई थी उसका फल अब मिलता दिख रहा है। विदेश की तरफ से भारत को मदद देने की मुहिम जबरदस्त रफ्तार पकड़ चुकी है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 09:52 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 10:51 PM (IST)
दुनियाभर के देशों ने भारत को कोरोना महामारी से लड़ने में की मदद, रेमडेसिविर की 1.5 लाख डोज दिल्ली पहुंची
गिलियड साइंसेज ने रेमडेसिविर की 1.5 लाख डोज विशेष विमान से भेजी।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत ने पिछले वर्ष जिस तरह से पूरी दुनिया को कोरोना महामारी से लड़ने में मदद पहुंचाई थी, उसका फल अब मिलता दिख रहा है। विदेश की तरफ से भारत को मदद देने की मुहिम जबरदस्त रफ्तार पकड़ चुकी है। पिछले 24 घंटे के भीतर देश के विभिन्न हवाई अड्डों पर इजरायल, जापान, आस्ट्रिया, चेक रिपब्लिक, कतर, कनाडा, थाइलैंड से सैकड़ों ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, आक्सीजन सिलेंडर, जीवन रक्षक दवा रेमडेसिविर व दूसरी चिकित्सा सामग्रियों को उतारा गया है।

विदेश से आने वाली मदद को कम समय में हो रहीं औपचारिकताएं

भारतीय सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों की तरफ से भी विदेश से आने वाली मदद को कम-से-कम समय में औपचारिकताओं को पूरा करने का काम किया जा रहा है। तेजी का आलम यह है कि कई उपकरण व मशीन एयरपोर्ट से सीधे ही उन स्थलों पर रवाना कर दिया जा रहा है, जहां इसकी जरूरत है।

गिलियड साइंसेज ने रेमडेसिविर की 1.5 लाख डोज विशेष विमान से भेजी 

रेमडेसिविर वैसे तो कई देशों की तरफ से थोड़ी-थोड़ी मात्रा में आई है, लेकिन शुक्रवार शाम इसे बनाने वाली कंपनी गिलियड साइंसेज की तरफ से 1.5 लाख डोज विशेष विमान से भेजी गई। दवा की खेप लेकर विमान मुंबई एयरपोर्ट पर लैंड कर चुका है। इस कंपनी ने भारत को 4.5 लाख डोज दवा भेजने का वादा किया है। भारत बांग्लादेश, यूएई, मिस्त्र समेत कई देशों से इसकी खरीद भी कर रहा है। रेमडेसिविर की एक खेप (84 हजार डोज) अमेरिका से और 25 हजार डोज कनाडा से भी बतौर मदद आई है।

कई देशों ने भेजे बड़े ऑक्सीजन जेनरेटर

भारत की जरूरत के हिसाब से अब बड़े ऑक्सीजन जेनरेटर कई देशों ने भेजने शुरू कर दिए हैं। अभी तक फ्रांस और जर्मनी से इस तरह के जेनरेटर आए थे। शनिवार को सबसे पहले इजरायल की तरफ से भेजे गए तीन बड़े जेनरेटर आए। इसके साथ ही 360 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी इजरायल ने भेजा है। शनिवार को सिंगापुर और जर्मनी से भी कुछ और ऑक्सीजन जेनरेटर आए। सिंगापुर ने 3,650 ऑक्सीजन सिलेंडर भी भेजा है। थाइलैंड से 100 सिलेंडर और 10 कंसंट्रेटर आया है। थाइलैंड में रहने वाले भारतीयों ने अलग से 100 सिलेंडर और 60 कंसंट्रेटर भेजा है। कतर में रहने वाले भारतीयों ने भी 232 बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर भेजे हैं जिसकी भारत में काफी जरूरत है।

जापान ने बड़ी संख्या में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजा

जापान से भी मदद की पहली खेप आ गई है। जापान ने बड़ी संख्या में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजा है। इस बीच, पेरिस स्थित भारतीय दूतावास की तरफ से बताया गया है कि दिल्ली सरकार की तरफ से फ्रांस की कंपनी से 21 बड़े ऑक्सीजन प्लांट खरीदने पर काम शुरू हो गया है। फ्रांस की कंपनी ने एक हफ्ते के भीतर इसकी पहली खेप दिल्ली भेजने का वादा किया है। इसमें से हर एक मशीन 24 हजार लीटर ऑक्सीजन बनाने की क्षमता रखती है। 

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