कोरेाना के मामले में सातवें नंबर पर देश, अन्‍य देशों से तुलना गलत, मृत्‍यु दर सबसे कम: स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय

संयुक्‍त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश का रिकवरी रेट लगातार अच्छा हो रहा है कल 3708 लोग रिकवर हुए हैं उसी के साथ रिकवर होने वाले लोगों की कुल संख्या 95527 है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 02 Jun 2020 05:29 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jun 2020 07:10 PM (IST)
कोरेाना के मामले में सातवें नंबर पर देश, अन्‍य देशों से तुलना गलत, मृत्‍यु दर सबसे कम: स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय
कोरेाना के मामले में सातवें नंबर पर देश, अन्‍य देशों से तुलना गलत, मृत्‍यु दर सबसे कम: स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय

नई दिल्‍ली, एएनआइ। कोरेाना वायरस पर प्रेस कांफ्रेस करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्‍त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश का रिकवरी रेट लगातार अच्छा हो रहा है, कल 3708 लोग रिकवर हुए हैं, उसी के साथ रिकवर होने वाले लोगों की कुल संख्या 95,527 हो गई है। हमारी रिकवरी रेट 48.07 फीसद है।

हमारा रिकवरी रेट 15 अप्रैल को 11.42 फीसद था 3 मई को यही बढ़कर 26.59 फीसद हो गया 18 मई को वही बढ़कर 38.39 फीसद हो गया और आज यह 48.07 फीसद है। वहीं दूसरी ओर 15 अप्रैल को देश में कोरोना मामलों में मृत्‍यु दर करीब 3.3 फीसद था अब वह घटकर 2.82 फीसद हो चुका है, पूरी दुनिया में मृत्‍यु दर देखें तो यह 6.13 फीसद है।

Till now, 95,527 COVID19 patients have recovered. The recovery rate is now 48.07% : Lav Agrawal, Joint Secretary, Health Ministry pic.twitter.com/lJlhb3Uru7

— ANI (@ANI) June 2, 2020

बाकी देशों से बहुत ठीक स्थिति में 

लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामले में देश भले ही सातवें नंबर पर है, लेकिन अन्य देशों की आबादी की तुलना में भारत की आबादी बहुत ज्यादा है। यह विश्‍लेषण संदेहास्‍पद तुलना पेश करता है। इसकी तुलना हमारी आबादी के हिसाब से होनी चाहिए। हम बाकी देशों से बहुत ठीक स्थिति में हैं। हमारे देश में काफी स्थिरता है। आज के डेटा के मुताबिक 14 देश जो हमारे देश की आबादी से मिलते जुलते हैं, वहां लगभग 22 प्रतिशत ज्यादा केस सामने आए हैं और 55 प्रतिशत ज्यादा मौतें हुई हैं। 

भारत में मृत्‍यु दर सबसे कम 

उन्होंने कहा कि हम कैसे जल्दी केस की पहचान करें और कैसे उनका इलाज करें। इन प्रयासों के तहत 15 अप्रैल को मृत्यु दर 3.15 प्रतिशत था जो घटकर 2.82 प्रतिशत हो गई है, जोकि दुनिया में सबसे कम है। ऐसे भी देश हैं जहां मृत्यु दर 19 प्रतिशत से ज्यादा है। अगर हम प्रति लाख मृत्यु दर देखते हैं तो यह भी सबसे कम है। 

प्रतिदिन औसतन एक लाख बीस हजार हो रहे टेस्‍ट

आइसीएमआर की निवेदिता गुप्‍ता ने कहा कि हमारी जो टेस्टिंग सुविधा है अब वो हर केंद्र शासित प्रदेश और राज्य में उपलब्ध है। हमारी 681 टेस्टिंग लैब्स फंक्शनल हैं जिसमें से सरकारी सेक्टर में हमारी 476 लैब्स और प्राइवेट में 205 काम कर रही हैं। मार्च में जो हमारी टेस्टिंग क्षमता 20,000-25,000 सैंपल प्रतिदिन थी। वो अब औसतन 1,20,000 प्रतिदिन हो गई है।

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