CoronaVirus Lockdown : हवाई जहाज के बाद बंगाल में ट्रेनों की आवाजाही पर भी लगी रोक, जानें कब से रहेगा प्रतिबंध

राज्य सरकार ने भारतीय रेलवे से अलीपुर दुआर और हावड़ा जाने वाली तीन ट्रेनों को राज्य में प्रवेश रोक देने की मांग की थी रेलवे ने उसे बिहार के कटिहार में रोकने का आदेश दिया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 10:35 PM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 01:47 AM (IST)
CoronaVirus Lockdown : हवाई जहाज के बाद बंगाल में ट्रेनों की आवाजाही पर भी लगी रोक, जानें कब से रहेगा प्रतिबंध
CoronaVirus Lockdown : हवाई जहाज के बाद बंगाल में ट्रेनों की आवाजाही पर भी लगी रोक, जानें कब से रहेगा प्रतिबंध

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कोरोना के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने राज्य में हवाई जहाज के बाद अब ट्रेनों के प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। राज्य सरकार ने भारतीय रेलवे से अलीपुर दुआर और हावड़ा जाने वाली तीन ट्रेनों को राज्य में प्रवेश रोक देने की मांग की थी, जिसे स्वीकार करते हुए रेलवे ने उसे बिहार के कटिहार में रोकने का आदेश दिया है। राज्य में जाने वाली तीन ट्रेनें अब बिहार के कटिहार स्टेशन तक ही जाएंगी और वहीं के छूटेंगी भी। 

10 जुलार्इ् से बिहार तक ही चलेंगी ये ट्रेनें 

रेलवे बोर्ड ने पूर्वी रेलवे को 10 जुलाई से स्पेशल ट्रेन नंबर 05483 और 05484 का संचालन दिल्ली से कटिहार और कटिहार से दिल्ली के बीच ही चलाने का निर्देश दिया है। जबकि ट्रेन नंबर 02303 और 02304 का बदले हुए गंतव्य का संचालन 11 जुलाई से करने को कहा है। ट्रेन नंबर 02381 और 02381 और 02382 का संचालन भी बिहार के अंतिम स्टेशन तक ही करने का निर्देश दिया गया है। ये सभी ट्रेनें धनबाद होकर चलती हैं। 

राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के संचालन पर भी लग सकता है प्रतिबंध

राज्य सरकार ने हवाई जहाज की उड़ान पहले ही ही रोक दी है, जो छह जुलाई से लागू भी हो गया है। ट्रेनों को रोकने का आग्रह 29 जून को ही राज्य के मुख्य सचिव की ओर से किया गया था। पश्चिम बंगाल की ओर जाने वाली बाकी ट्रेनों पर ही ग्रहण लग सकता है। आने वाले दिनों में हावड़ा-नई दिल्ली के बीच राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के संचालन पर भी प्रतिबंध लगाया जा सकता है। देश में सीमित संख्या में केवल 230 ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। झारखंड ने भी पहले की ट्रेनों के ठहराव को रोकने की मांग की थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।

कई ऐसी ट्रेनें हैं जिनका ठहराव राज्य में नहीं किया जा रहा है। दिल्ली में भी कोरोना के प्रकोप के चलते उधर से लोगों के आने की संख्या कम हो रही है। 20 जुलाई के बाद राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के थर्ड एसी कोच 200 से अधिक सीटें खाली चल रही हैं। हालांकि धनबाद से अमृतसर जाने वाली ट्रेनों में सितंबर तक सीटें खाली नहीं हैं। यानी इस रुट पर ट्रैफिक है। 

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