Coronavirus: जेनरिक दवाओं के दाम 50 फीसद तक बढ़े, चीन से नहीं आ रहा कच्चा माल

कोरोना वायरस का असर देश के जेनरिक दवा बाजार पर दिखने लगा है। इन दवाओं के दाम में 50 फीसद तक का इजाफा हुआ है। चीन से कच्चा माल नहीं आ पाने के कारण ऐसा हुआ है।

By TaniskEdited By: Publish:Mon, 17 Feb 2020 12:00 PM (IST) Updated:Mon, 17 Feb 2020 12:00 PM (IST)
Coronavirus: जेनरिक दवाओं के दाम 50 फीसद तक बढ़े, चीन से नहीं आ रहा कच्चा माल
Coronavirus: जेनरिक दवाओं के दाम 50 फीसद तक बढ़े, चीन से नहीं आ रहा कच्चा माल

रायपुर,जेएनएन। कोरोना वायरस का असर देश के जेनरिक दवा बाजार पर दिखने लगा है। इन दवाओं के दाम में 50 फीसद तक का इजाफा हुआ है। दैनिक जागरण के सहयोगी अखबार नई दुनिया के मुताबिक दरअसल, इन दवाओं को बनाने के लिए अधिकांश कच्चा माल चीन से आता, जो वर्तमान में लगाईं गईं पाबंदियों के कारण नहीं आ पा रहा है। ये पाबंदियां चीन में महामारी का रूप ले चुके कोरोना वायरस के कारण लगाया गया है। इसके चलते विमान सेवा भी ठप है।जिन दवाओं का दाम बढ़ा है उनमें अधिकांश एंटीबायोटिक्स और दर्द निवारक दवाएं शामिल हैं। 

छत्तीसगढ़ थोक दवा बाजार के अनुसार पूरे देश में जेनरिक दवा बनाने वाली कंपनियों की संख्या 500 से अधिक है। ये सभी कंपनियां अधिकांश तौर पर चीन से कच्चा माल आयात करती हैं। अब  चीन में फैले कोरोना वायरस के कारण कच्चे माल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इसके चलते दवा बनाने वाली कंपनियों ने दवाइयों का दाम बढ़ा रही हैं। कुछ दवाओं के स्टॉक  में कमी भी आने लगी है। ऐसे में जेनरिक दवाएं मरीजों को नहीं मिल पा रही हैं।

25 से 30 करोड़ की जेनरिक दवाओं का व्यापार

दैनिक जागरण के सहयोगी अखबार नई दुनिया ने बताया कि दवा कारोबारियों के अनुसार केवल छत्तीसगढ़ में लगभग 100 करोड़ रुपये का हर महीने ब्रांडेड दवाओं का कारोबार है। इसके अलावा लगभग 25 से 30 करोड़ की जेनरिक दवाओं का व्यापार होता है। आपूर्ति न होने से दवाओं की कीमत में इजाफा हुआ है।

33 प्रकार की दवाएं महंगी, इनके बढ़े दाम

नई दुनिया के अनुसार पैरासीटामॉल की दस गोलियों के पत्ते की कीमत पहले 06 रुपये थी। अब इसका दाम बढ़कर 08-09 रुपये हो गया है। सेफेक्सीम की दस गोलियों के पत्ते की कीमत पहले  40 रुपये थी। इसका दाम बढ़कर 55-60 रुपये हो गया है। एमोक्सीसिलिन की दस गोलियों के पत्ते का दाम 60 से बढ़कर 80 रुपये हो गया है। वहीं डायक्लोफेनेक सोडियम की दस गोलियों के पत्ते की कीमत 30 से बढ़कर 40-45 हो गई है। 

जेनरिक दवा बनाने वाली कंपनियां दाम बढ़ा रही हैं

रायपुर दवा संघ के सचिव लोकेश साहू ने बताया कि चीन से दवाओं के लिए आने वाला कच्चा माल नहीं मिल पा रहा है। इससे जेनरिक दवा बनाने वाली कंपनियां दाम बढ़ा रही हैं। कंपनियों ने एंटीबायोटिक और पेन किलर दवाओं का दाम 10 से 50 फीसद तक बढ़ा दिया है। 

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