वैक्सीन ने दूसरी लहर से कोरोना योद्धाओं को बचाया, दोनों डोज ले चुके हेल्थकेयर वर्कर्स पर हुआ अध्ययन

कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना योद्धाओं को सुरक्षित करने में वैक्सीन पूरी तरह सफल रही। हेल्थकेयर वर्कर्स पर किए गए अध्ययन से इसकी पुष्टि हुई है। जानें क्‍या कहते हैं नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) और वैक्सीन पर गठित उच्च स्तरीय समिति के प्रमुख डॉ. वीके पाल...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 10:23 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 10:50 PM (IST)
वैक्सीन ने दूसरी लहर से कोरोना योद्धाओं को बचाया, दोनों डोज ले चुके हेल्थकेयर वर्कर्स पर हुआ अध्ययन
कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना योद्धाओं को सुरक्षित करने में वैक्सीन पूरी तरह सफल रही है।

नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना योद्धाओं को सुरक्षित करने में वैक्सीन पूरी तरह सफल रही। हेल्थकेयर वर्कर्स पर किए गए अध्ययन से इसकी पुष्टि हुई है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) और वैक्सीन पर गठित उच्च स्तरीय समिति के प्रमुख डॉ. वीके पाल के अनुसार वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले हेल्थकेयर वर्कर्स दूसरी लहर में संक्रमित जरूर हुए, लेकिन उनमें से बहुत कम को अस्पताल में भर्ती कराने, आक्सीजन सपोर्ट देने या आइसीयू में इलाज की जरूरत पड़ी।

20-25 फीसद को ही करना पड़ा भर्ती

वैसे तो डा. पाल ने अध्ययन के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी, सिर्फ इतना बताया कि बड़ी संख्या में हेल्थकेयर वर्कर्स के बीच कोरोना की दूसरी लहर के प्रभावों का अध्ययन कराया गया है। उनके अनुसार अध्ययन में पाया गया कि जिन हेल्थकेयर वर्कर्स ने वैक्सीन की दोनों डोज ली थी, उनमें से केवल 20-25 फीसद को ही अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत पड़ी।

केवल छह फीसद को पड़ी ICU की जरूरत

उनमें भी केवल आठ फीसद को आक्सीजन सपोर्ट और छह फीसद को आइसीयू में भर्ती कराने की आवश्यकता पड़ी। इस तरह से वैक्सीन 94 फीसद हेल्थकेयर वर्कर्स को आइसीयू में जाने से बचाने में सफल रही। वहीं 7,000 हजार हेल्थकेयर वर्कर्स पर किए गए एक अन्य अध्ययन का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के बाद उनमें से केवल एक की मौत हुई, जो पहले से ही कई गंभीर बीमारियों से ग्रस्त था।

सभी से टीके लगवाने की अपील

डा. पाल ने सभी लोगों से कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने की अपील करते हुए कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान यह लोगों को सुरक्षित करने में पूरी तरह से सफल रही है। उनके अनुसार 21 जून से शुरू होने जा रहे टीकाकरण के नए चरण की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।

बड़ी संख्या में टीकाकरण केंद्र स्थापित

इस चरण के दौरान टीके की उपलब्धता बढ़ने के कारण राज्य सरकारों ने बड़ी संख्या में टीकाकरण केंद्र स्थापित किए हैं। इसके साथ ही राज्यों ने अपने यहां छोटे-बड़े निजी अस्पतालों की सूची और उनकी वैक्सीन की जरूरतों के बारे में बताया है।

टीकाकरण में लिया जाएगा निजी क्षेत्र का सहयोग

डा. पाल के अनुसार यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि निजी अस्पताल राज्य के सभी भौगोलिक क्षेत्रों में फैले हों और सिर्फ कुछ इलाकों तक सीमित नहीं हो। ध्यान देने की बात है कि नए टीकाकरण अभियान में 75 फीसद वैक्सीन केंद्र सरकार खरीदकर राज्यों को मुफ्त उपलब्ध कराएगी और 25 फीसद वैक्सीन निजी क्षेत्र के मार्फत लगेंगी।

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