छत्तीसगढ़ में नक्सलियों तक पहुंचा कोरोना, ग्रामीणों के लिए बढ़ा खतरा, सुरक्षा बल सतर्क

छत्तीसगढ़ के नक्सल संगठन में कोरोना संक्रमण ने सुरक्षा बल की चिंता बढ़ा दी है। खुफिया विभाग को सूचना मिली कि दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के कई बड़े नक्सली नेता संक्रमित हो गए हैं। कोरोना के घातक स्ट्रेन ने बस्तर के जंगलों में दस्तक दे दी है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 11:20 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 11:20 PM (IST)
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों तक पहुंचा कोरोना, ग्रामीणों के लिए बढ़ा खतरा, सुरक्षा बल सतर्क
दवाइयां और वैक्सीन लूटने की आशंका पर सुरक्षा बल सतर्क।

अनिल मिश्रा, जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल संगठन में कोरोना संक्रमण ने सुरक्षा बल की चिंता बढ़ा दी है। शनिवार को खुफिया विभाग को सूचना मिली कि दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के कई बड़े नक्सली नेता संक्रमित हो गए हैं। कोरोना के घातक स्ट्रेन ने बस्तर के जंगलों में दस्तक दे दी है। यह बीहड़ के ऐसे इलाके हैं, जहां स्वास्थ्य सुविधाएं न के बराबर हैं।

संक्रमण फैला तो बढ़ेगी परेशानी: स्वास्थ्य विभाग की टीम

घने जंगल, नदी-नाले, पहाड़ आदि को पार कर स्वास्थ्य विभाग की टीम मीलों पैदल चलकर कभी कभार ही इन इलाकों में पहुंच पाती है। ऐसे में संक्रमण फैला तो बढ़ी परेशानी होगी।

पुलिस ने ग्रामीणों को दी हिदायत, कहा- नक्सलियों से रहें दूर

इधर सुरक्षा बल ने नक्सल इलाकों में बसे गांवों को संक्रमण से बचाने की रणनीति बनाने में जुट गई है। पुलिस अधिकारी इन दिनों नक्सल इलाकों में अपने संपर्क सूत्रों के जरिये ग्रामीणों को हिदायत भिजवा रहे हैं कि नक्सलियों से दूर रहें।

बस्तर के आइजी ने नक्सलियों से कहा- सरेंडर करें तो होगा उपचार

बस्तर के महानिरीक्षक (आइजी) सुंदरराज पी कहते हैं कि नक्सलियों का उपचार कराने के लिए सरकार डाक्टर नहीं भेज सकती। वह तो बंदूक लेकर सरकार से लड़ रहे हैं। अगर वे सरेंडर करेंगे तो उपचार हो जाएगा। पुलिस घायल नक्सलियों का भी उपचार कराती है। स्वास्थ्य अमले को उनके बीच भेजने का सवाल ही नहीं है।

नक्सली कोरोना की दवाइयां या वैक्सीन लूट सकते हैं 

सूत्र बता रहे हैं कि नक्सली कोरोना की दवाइयां या वैक्सीन लूट सकते हैं। वह जंगल में अपने डाॅक्टर भी बुला सकते हैं। पुलिस इस पर नजर रखे हुए है। नक्सली कोरोना संकट को पूंजीवादी, फासीवादी ताकतों की साजिश करार देते रहे हैं। अब खुद इसकी चपेट में हैं।

सुरक्षा बलों ने जंगल के सभी रास्तों पर पहरा बिठा दिया

नक्सली ग्रामीणों से भोजन बनवाने, पिट्ठू उठवाने सरीखे काम करवाते हैं। कोरोना के खतरे के बावजूद वह लगातार ग्रामीणों की बैठक लेते रहे हैं। इसीलिए सुरक्षा बल चिंतित हैं। सुरक्षा बल ने जंगल के सभी रास्तों पर भी पहरा बिठाने का दावा किया है।

25 लाख की इनामी नक्सली के फेफड़े में पानी भरने की खबर

दंडकारण्य में नक्सलियों के पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण के अलावा दरभा व माड़ डिवीजन सक्रिय हैं। इन सभी डिवीजनों में कई नक्सलियों के कोरोना संक्रमित होने की खबर है। सबसे ज्यादा संक्रमण दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी में होने की सूचना है। यहां सेंट्रल कमेटी की सदस्य सुजाता, मिलिट्री कमीशन के जयलाल व दिनेश जैसे लाखों रुपये के इनामी नक्सली कोरोना संक्रमित हैं। बताया जा रहा है कि 25 लाख की इनामी सुजाता के फेफड़ों में पानी भर गया है।

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