Madhya Pradesh: 'तुम सुधर जाओ, भूमाफिया की मदद करना छोड़ो, नहीं तो मैं तुम्हें जेल भिजवा दूंगा'
उल्लेखनीय है कि शिकायतों के चलते कुछ माह पहले कलेक्टर ने सेठिया को निर्वाचन में अटैच कर दिया था। इसके बाद कलेक्टर पंजीयन कार्यालय पहुंचे। जिला पंजीयक पीपी शुक्ला के कक्ष में फाइलों का निरीक्षण करते समय उन्हें दायरा पंजी में लापरवाही मिली।
इंदौर, जेएनएन। 'तुम सुधर जाओ, भूमाफिया की मदद करना छोड़ो, नहीं तो मैं तुम्हें जेल भिजवा दूंगा'। इन कड़े शब्दों में कलेक्टर मनीष सिंह ने सहकारिता कार्यालय के सब आडिटर आशीष सेठिया को चेतावनी दी। दरअसल, गुरुवार सुबह कलेक्टर अचानक कलेक्टोरेट में मौजूद विभागों में पहुंचे। लापरवाही मिलने पर चेतावनी दी, वहीं जिला पंजीयक को कारण बताओ नोटिस देने के साथ उनकी रीडर को निलंबित कर दिया। सबसे पहले कलेक्टर तहसीलदारों के कक्ष में पहुंचे। यहां तहसीलदार सुदीप मीणा, राजेश सोनी और एचएस विश्वकर्मा सीट पर नहीं दिखे, तो उनके स्टाफ से जानकारी ली। सहकारिता विभाग में पहुंचे कलेक्टर ने लापरवाही और शिकायतों पर सब आडिटर सेठिया को चेतावनी दी। इस दौरान उपायुक्त एमएल गजभिए भी मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि शिकायतों के चलते कुछ माह पहले कलेक्टर ने सेठिया को निर्वाचन में अटैच कर दिया था। इसके बाद कलेक्टर पंजीयन कार्यालय पहुंचे। जिला पंजीयक पीपी शुक्ला के कक्ष में फाइलों का निरीक्षण करते समय उन्हें दायरा पंजी में लापरवाही मिली। इस पर उन्हें नोटिस देने के साथ उनकी रीडर गना माहिले को निलंबित कर दिया।
भारी पड़ी लापरवाही
पंजीयक कार्यालय में कलेक्टर को कम स्टांप डयूटी वाले प्रकरणों में कोई कार्रवाई नहीं मिली। जिन प्रकरणों में वसूली की जानी थी, उनमें भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी। जिन मामलों में सुनवाई होनी थी, उनमें ब्याज जोड़ना शुरू कर दिया था, जबकि पक्षकार सुनवाई की मांग कर रहे थे। इस कारण शुक्ला को नोटिस दिया गया है।
हाथोहाथ भोपाल फोन लगाया
लोकसेवा केंद्र पहुंचे कलेक्टर ने भीड़ देखकर नाराजगी जाहिर की। इस पर प्रभारी ने बताया कि पोर्टल काफी धीमा चल रहा है। इससे दिक्कत आ रही है। इस पर कलेक्टर ने वहीं से भोपाल फोन लगाकर परेशानी दूर करने के लिए कहा।
कलेक्टर के हाथ जोड़ रो पड़ी महिला
स्कीम-78 में रहने वाली एक महिला ने लोकसेवा केंद्र कलेक्टर के हाथ जोड़ कर रोते हुए गरीबी रेखा कार्ड बनवाने में मदद करने के लिए कहा। इस पर कलेक्टर ने तत्काल एसडीएम अंशुल खरे के पास भेज दिया।
क्या नाम है आपका काम नहीं करती हैं..
कलेक्टर जब पंजीयक कार्यालय पहुंचे तो उन्होंने खुद रजिस्टर देखा। इस दौरान उन्होंने रीडर गना माहिले से नाम पूछा और रजिस्टर देखते हुए कहा क्या आप काम नहीं करती हैं। बीते साल का काम भी पेंडिंग है। इसके बाद मोबाइल पर उनका नाम नोट किया और उन्हें सस्पेंड कर शुक्ला को नोटिस देने का बोल कलेक्टर बाहर आ गए।
दो हाउसिंग सोसाइटी की जांच के निर्देश
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने सहकारिता विभाग को करतार हाउसिंह सोसाइटी और पार्श्वनाथ सोसायटी की जांच के निर्देश भी दिए। इनमें से एक भूमाफिया दीपक मद्दा और दूसरी सुरेंद्र संघवी से जुड़ी है। कलेक्टर ने आइडीए अधिकारियों को भी निर्देशित किया है कि जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आती दोनों सोसायटी से न बेटरमेंट चार्ज लें, न एनओसी प्रदान की जाए।