आवासीय स्कूल में बच्चे-बच्चियों से दुष्कर्म, अश्लील फिल्में भी बनाई

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By Edited By: Publish:Thu, 29 May 2014 08:21 PM (IST) Updated:Fri, 30 May 2014 01:28 AM (IST)
आवासीय स्कूल में बच्चे-बच्चियों से दुष्कर्म, अश्लील फिल्में भी बनाई

अलीबाग। अच्छी और मुफ्त पढ़ाई के नाम पर चलाए जा रहे शेल्टर में चार से 15 साल के आदिवासी व गरीब बच्चे-बच्चियों के साथ दुष्कर्म, अश्लील फिल्म बनाने, कुत्तों का मल खिलाने और प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है। मामले में मुंबई से तकरीबन 60 किमी दूर रायगढ़ जिले के करजत तालुका के तकवे गांव में स्थित चंद्रप्रभा चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष अजित दाभोलकर और प्रबंधक ललिता तोंडे को गिरफ्तार किया गया है। गौरतलब है कि पुलिस को पूरा मामला सामने आने के बाद पता चला कि यह शेल्टर अवैध रूप से चलाया जा रहा था।

बच्चों का आरोप है कि उन्हें आरोपियों के अलावा एक-दूसरे से यौन संबंध बनाने के लिए भी मजबूर किया जाता था। दरअसल, मामला तब सामने आया जब एक पीड़ित बच्चा गर्मियों की छुट्टियों में घर आया था और उसने अपनी मां को मामले की पूरी जानकारी दी। बच्चे की मां ने रायगढ़ चाइल्ड हेल्पलाइन से संपर्क किया। इसके बाद पुलिस को ट्रस्ट के खिलाफ शिकायत दी गई।

मामले में शिकायतकर्ता सामाजिक कार्यकर्ता अनुराधा सहस्रबुद्धे ने बताया कि बच्चों को न सिर्फ एक-दूसरे से और आरोपियों से यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जाता था, बल्कि अश्लील फिल्म भी बनाई जाती थी। यही नहीं, बच्चों को कुत्तों का मल खिलाया जाता था और उल्टी होने पर वही उल्टी खाने के लिए मजबूर किया जाता था। करजत पुलिस ने शुरुआती जांच में पाया है कि 11 से 15 वर्ष के कम से कम पांच बच्चों के साथ दुष्कर्म हुआ है।

इस शेल्टर में चार से 15 साल के 32 बच्चे हैं। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक आरआर पाटिल ने बताया कि यह आवासीय विद्यालय बिना जरूरी मंजूरी लिए ही चलाया जा रहा था। दोनों आरोपी आसपास के इलाकों के गरीब परिवारों को अपना शिकार बनाते थे और उन्हें अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए शेल्टर भेजने को कहते थे। बच्चे शेल्टर में 10 महीने रहने के बाद दो महीने की गर्मियों की छुट्टियों के लिए अपने घर आते थे। इसी दौरान एक बच्चे ने अपनी मां को आपबीती सुनाई।

आश्रय स्थलों में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

नई दिल्ली। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में बच्चों के साथ दुष्कर्म और उत्पीड़न की चौंकाने वाली घटना सामने आने के बाद केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने देशभर में सभी आश्रय स्थलों (शेल्टर होम) में सीसीटीवी कैमरा लगाने का फैसला किया है। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा, 'इस घटना को लेकर हम राज्य सरकार के साथ संपर्क में हैं। देश में सभी शेल्टर होम को सीसीटीवी कैमरों के दायरे में लाया जाएगा।' एक दिन पहले बुधवार को मंत्रालय का प्रभार संभालने के बाद मेनका गांधी ने कहा था कि सरकार जल्द ही फेसबुक इस्तेमाल महिलाओं और बच्चों से जुड़ी समस्याओं के निवारण करने के रूप में करेगी, जहां यौन और अन्य अत्याचारों से जुड़ी शिकायतें दर्ज कराई जा सकेंगी।

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