मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा- एमपी में किसानों से 31 मई तक खरीदा जाएगा गेहूं, भेजे जाएंगे एसएमएस

किसान मास्क लगाकर केंद्रों पर पहुंचे और दो गज की दूरी का पालन भी करें। सरकार किसानों के साथ है और लगातार महत्वपूर्ण फैसले भी कर रही है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 07:47 PM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 07:47 PM (IST)
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा- एमपी में किसानों से 31 मई तक खरीदा जाएगा गेहूं, भेजे जाएंगे एसएमएस
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा- एमपी में किसानों से 31 मई तक खरीदा जाएगा गेहूं, भेजे जाएंगे एसएमएस

भोपाल, स्टेट ब्यूरो। राजगढ़, शिवपुरी सहित कुछ अन्य जिलों में बोरों की कमी के कारण किसानों से गेहूं खरीदने में विलंब हो रहा है। इसकी वजह से किसान सड़कों पर उतर रहे हैं। वहीं, कुछ जिलों में समर्थन मूल्य पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीददारी का काम लगभग पूरा हो गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को किसानों के नाम जारी संदेश में कहा कि उन किसानों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है, जो गेहूं नहीं बेच पाए हैं। कोरोना के कारण जहां उपार्जन में विलंब हुआ है और तुलाई नहीं हो पाई है, वहां खरीददारी 31 मई तक रहेगी। किसानों को एसएमएस भेजे जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा- किसानों की मेहनत के बदौलत प्रदेश में गेहूं की रिकॉर्ड खरीददारी हुई 

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों की मेहनत के बदौलत प्रदेश में रिकॉर्ड खरीददारी हुई है। अब तक 15 लाख तीन हजार किसानों से 114 लाख 70 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है। यह स्थिति तब है जब प्रदेश में निजी मंडियां खोली गई और ई-ट्रेडिंग का विकल्प भी उपलब्ध कराया गया। जिन स्थानों पर खरीदी का काम बाकी है, वहां 31 मई तक गेहूं खरीदा जाएगा। किसानों को एसएमएस भेजकर गेहूं बेचने के लिए खरीदी केंद्र पर बुलाया जाएगा।

किसान मास्क लगाकर केंद्रों पर पहुंचे और दो गज की दूरी का पालन भी करें 

किसान मास्क लगाकर केंद्रों पर पहुंचे और दो गज की दूरी का पालन भी करें। सरकार किसानों के साथ है और लगातार महत्वपूर्ण फैसले भी कर रही है। वर्ष 2019-20 की बीमा राशि के भुगतान का निर्णय भी लिया गया है। इससे किसानों को चार हजार करोड़ रुपये से अधिक का फसल बीमा किसानों को मिल सकेगा। 15 लाख किसानों को पिछले सालों का दो हजार 990 करोड़ रुपये का फसल बीमा दिलाया जा चुका है। 68 लाख 13 हजार किसानों को एक हजार 362 करोड़ रुुपये प्रधानमंत्री किसान योजना में उपलब्ध कराई गई है। शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर दिए गए कर्ज की अदायगी की अंतिम समय सीमा भी 31 मई कर दी है। इसके लिए सरकार ने 55 करोड़ रुुपये का वित्तीय भार उठाया है। किसानों के लिए बिजली के बिल जमा कराने की तारीख भी बिना किसी अधिभार के 31 मई की गई है। खेती के काम में आने वाले ट्रांसफार्मर जल जाने या खराब होने पर बिना कोई अधिभार लिए बदले जाएंगे।

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