176 बेटियों को शादी का उपहार मिलेगा 15 दिनों में, भाजयुमो ने जलाया मंत्री का पुतला, जानें क्‍या है पूरा मामला

10 महीने पहले 176 बेटियों को शादी के बाद अब तक उपहार नहीं दे पाने के मामले में अब जिला महिला व बाल विकास अधिकारी ने 15 दिनों में उपहार देने की जानकारी की है। महिला और बाल विकास विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।

By Arun kumar SinghEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 11:20 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 11:30 PM (IST)
176 बेटियों को शादी का उपहार मिलेगा 15 दिनों में, भाजयुमो ने जलाया मंत्री का पुतला, जानें क्‍या है पूरा मामला
176 बेटियों को शादी के बाद अब तक उपहार नहीं दे पाने

महासमुंद, राज्‍य ब्‍यूरो। 10 महीने पहले 176 बेटियों को शादी के बाद अब तक उपहार नहीं दे पाने के मामले में अब जिला महिला व बाल विकास अधिकारी ने 15 दिनों में उपहार देने की जानकारी की है। नईदुनिया में लगातार 23 और 24 जनवरी को प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने के बाद महिला और बाल विकास विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने सोशल मीडिया में प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लिया है, जबकि कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास तिवारी इस मामले में सरकार का बचाव करते नजर आए। दूसरी ओर भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने बेटियों को उपहार नहीं मिलने के मामले में रविवार को शाम छह बजे कांग्रेस भवन के सामने नेहरू चौक पर महिला व बाल विकास मंत्री अनिला भेडि़या का पुतला दहन किया।

15 दिन के भीतर हितग्राहियों को दिया जाएगा सामान

जानकारी के अनुसार 176 निर्धन बेटियों को विवाह के 10 माह बाद भी उपहार सामग्री न दे पाने की नईदुनिया की खबर पर संयुक्त संचालक महिला व बाल विकास विभाग ने जिला महिला व बाल विकास अधिकारी मनोज सिन्हा से मसले पर जवाब तलब किया। अधिकारी सिन्हा ने संयुक्त संचालक को 23 जनवरी को ही पत्र जारी कर 15 दिन में सामग्री हितग्राहियों को वितरण कराने लिखित तौर पर दिया है। साथ ही सिन्हा ने नईदुनिया की खबर पर मुहर लगाते हुए स्पष्ट किया है कि वितरक फर्म की ओर से जो सामग्री आपूर्ति की गई थी वह मानक गुणवत्ता से निम्न स्तर की थी। उन्होंने पत्र में तत्कालीन कलेक्टर सुनील जैन को जिम्मेदार ठहराते लिखा है कि सामग्री गुणवत्तापूर्ण न होने से उन्होंने वितरक फर्मो को सामग्री लौटाने का आदेश दिया था।

विभाग की लापरवाही

इस बीच तत्कालीन कलेक्टर और इस समय बलौदाबाजार के कलेक्टर सुनील जैन ने इस मामले में नईदुनिया से कहा कि उपहार सामग्री की गुणवत्ता को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थी। तब अधिकारी सुधाकर बोदले से उपहार सामग्री की गुणवत्ता की जांच कराई गई थी। बोदले की जांच रिपोर्ट के आधार पर ही मानक गुणवत्ता के अनुरूप सामग्री न होने पर उसे वापस करने और तत्काल मानक गुणवत्ता के अनुसार सामग्री मंगवाकर वितरित करने कहा गया था। जैन ने कहा कि 10 माह तक उपहार का वितरित न हो पाना विभाग की लापरवाही है।

दूसरी ओर इस पूरे मामले पर बवाल खड़ा करते हुए भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने रविवार की शाम छह बजे कांग्रेस भवन के सामने नेहरू चौक पर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेडि़या का पुतला दहन किया। इससे पहले पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने इसे ट्विटर पर डाल प्रदेश सरकार की तल्ख आलोचना की है। उन्होंने इसे नई प्रशासनिक व्यवस्था का नवाचार बताकर प्रदेश सरकार को घेरे में लिया है।

भाजयुमो नेताओं ने कहा कि प्रदेश की सरकार बेरोजगारों का भत्ता हड़प गई और अब निर्धन बेटियों के उपहार पर नीयत खराब कर रही है। नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत 10 माह पहले 14 मार्च 2020 में बागबाहरा खल्लारी मंदिर परिसर में 176 जोड़े का सामूहिक विवाह हुआ। जिनके हितग्राहियों को उपहार की सामग्री कमीशनखोरी के चलते अब तक नहीं दी गई। भाजयुमो नेताओं, कार्यकर्ताओं ने कहा कि उपहार देने के लिए जिस कंपनी को टेंडर दिया गया था, उस कंपनी से कुछ ज्यादा ही कमीशन मांग लिया गया। हालांकि कंपनी की आपूर्ति तय पैमाने के सामान की नहीं थी, इसलिए उसे लौटा दिया गया। इससे जाहिर होता है कि प्रदेश सरकार की कमीशनखोरी सर चढ़कर बोल रही है।

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