मोबाइल गुम होने पर नाराज बेटी ने पिता को पीट-पीट कर मार डाला, घर के आंगन में दफनाया
घर से मोबाइल गुम हो जाने के बाद रविवार को पिता और पुत्री में विवाद हो गया। इससे नाराज पुत्री ने डंडे से पीट-पीटकर पिता की हत्या कर दी। इसके बाद पुत्री मां के साथ मिलकर घर के आंगन के पास पिता के शव को दफना दिया।
बिलासपुर/कंचनपुर, राज्य ब्यूरो। घर से मोबाइल गुम हो जाने के बाद रविवार को पिता और पुत्री में विवाद हो गया। इससे नाराज पुत्री ने डंडे से पीट-पीटकर पिता की हत्या कर दी। इसके बाद पुत्री मां के साथ मिलकर घर के आंगन के पास पिता के शव को दफना दिया। दूसरे दिन सोमवार को पड़ोसी ने घटना की जानकारी बेलहगना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को बरामद कर लिया। वहीं आरोपित को उसकी मां के साथ गिरफ्तार कर लिया।
पिता को डंडे और पत्थर से पीटकर मार डाला
कोटा थाना क्षेत्र के बेलगहना चौकी अंतर्गत कंचनपुर निवासी मंगलू धनुहार (58) अपने परिवार के साथ रहते थे। बीते दिनों बेटी दिव्या (22) अपनी पांच माह की बेटी के साथ घर आई थी। रविवार को मंगलू और उसकी बेटी दिव्या शराब के नशे में थे। इस दौरान दिव्या का मोबाइल कहीं खो गया। इस बात को लेकर रविवार रात आठ बजे के करीब मंगलू और दिव्या के बीच विवाद हो गया। इस पर नाराज होकर दिव्या ने अपने पिता को डंडे और पत्थर से पीटकर मार डाला। हत्या के बाद दिव्या अपनी मां पुसइया बाई के साथ मिलकर मृत पिता के शव को घर के पास ही दफना दिया। इसके बाद दिव्या अपनी बेटी और मां पुसइया बाई के साथ फरार हो गई।
इस दौरान पड़ोसियों ने उन्हें पिता को दफनाते देख लिया। डर के कारण पड़ोसियों ने रात में घटना की जानकारी किसी को नहीं दी। सुबह पड़ोसियों ने गांव के लोगों को घटना के संबंध में बताया। साथ ही घटना की जानकारी पुलिस को दी। इस पर बेलगहना चौकी पुलिस ने तहसीलदार शिवम पांडेय से अनुमति लेकर शव को निकलवाया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, पुलिस ने बारीडीह में दबिश देकर आरोपित दिव्या और उसकी मां पुसइया बाई को हिरासत में लिया है।
पूछताछ करने पर पड़ोसियों को धमकाया
मंगलू गांव से दूर मकान बनाकर रहता था। उसके घर के पास दो और लोगों के मकान हैं। रविवार की रात उनके बीच विवाद के दौरान पड़ोस में रहने वाली परदेसनिन बाई ने समझाइश दी। इस पर दिव्या उससे विवाद करने लगी। साथ ही बीच में आने पर मार डालने की धमकी दी। इस पर पड़ोसी अपने घरों में दुबक गए। इस दौरान उन लोगों को घटना की जानकारी हो गई थी। इसके बाद भी वे डरकर घर में ही रहे। सुबह होते ही उन्होंने घटना की जानकारी गांववालों को दी।