छत्तीसगढ़: बीजापुर बस में हुई फायरिंग, CRPF हेड कांस्टेबल की मौत सहित एक शख्स घायल

छत्तीसगढ़ में हुई फायरिंग में सीआरपीएफ के एक हेड कांस्टेबल की मौत हो गई है जबकि एक शख्स घायल हो गया है। बस्तर आईजी पी सुंदरराज का कहना है कि आज बीजापुर जिले में यात्रा कर रहे बस में आकस्मिक फायरिंग हुई।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 12:42 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 12:42 PM (IST)
छत्तीसगढ़: बीजापुर बस में हुई फायरिंग, CRPF हेड कांस्टेबल की मौत सहित एक शख्स घायल
छत्तीसगढ़: बीजापुर बस में हुई फायरिंग, CRPF हेड कांस्टेबल की मौत सहित एक शख्स घायल

रायपुर, एएनआइ। छत्तीसगढ़ में हुई फायरिंग में सीआरपीएफ के एक हेड कांस्टेबल की मौत हो गई है जबकि एक शख्स घायल हो गया है। बस्तर आईजी पी सुंदरराज का कहना है कि आज बीजापुर जिले में यात्रा कर रहे बस में 'आकस्मिक फायरिंग हुई। इस दौरान हेड कांस्टेबल की मौत हुई है। हालांकि, इस घटना की ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीजापुर में एक बस में दो सीआरपीएफ के जवान यात्रा कर रहे थे। इसी दौरान घात लगाए नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। घटना के बाद इलाके में भारी सुरक्षबलों को तैनात किया गया है। दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां एक जवान की मौत हो गई, जबकि दूसरा जवान घायल हो गया। घायल जवान की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बस्तर आईजी पी सुंदरराज ने इस घटना की जानकारी दी है। 

रिपोर्ट में बताया गया है कि उसूर से करीब 10 किमी दूर गलगम में हाल ही में सुरक्षाबलों का कैंप स्थापित किया गया। CRPF 229वीं बटालियन के एक दर्जन से ज्यादा जवान शुक्रवार सुबह कैंप से उसूर पहुंचे और वहां से कुशवाहा ट्रैवेल्स की बस में सवार होकर किसी काम से बीजापुर जिला मुख्यालय आ रहे थे। 

बता दें कि कुछ दिन पहले छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली थी। धमतरी में नक्सलियों द्वारा लगाए गए लगभग 10 किलोग्राम आईईडी को निष्प्रभावी किया गया था। बता दें कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खात्मे के लिए तरह-तरह के अभियान चलाए जाते हैं। इसके बाद भी प्रदेश से नक्सली हमलों की खबरें कम नहीं होती है।

पिछले दिनों सुकमा में 8 लाख रुपए के ईनामी नक्सली ने आत्मसमर्पण किया था। पुलिस ने बताया था कि यहां पर मुया सोढ़ी नाम के एक नक्सली ने आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस के अनुसार, नक्सलियों के आत्मसमर्पण से नक्सल समूहों के उचित ढांचे, वित्तीय आपूर्ति नेटवर्क और स्थानीय नेटवर्क का पता चलेगा।

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