छत्तीसगढ़: दंतेवाड़ा जिले का नक्सल प्रभावित गांव में शत-प्रतिशत टीकाकरण, रेंगानार बना दूसरे गावों के लिए मिसाल

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले का सुदूर नक्सल प्रभावित ग्राम रेंगानार शत-प्रतिशत कोरोनारोधी टीकाकरण कराने वाला प्रदेश का पहला गांव बन गया है। गांव के सभी लोगों को टीके की पहली डोज लग चुकी है। कुछ को दूसरी डोज भी मिली है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 11:46 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 11:46 PM (IST)
छत्तीसगढ़: दंतेवाड़ा जिले का नक्सल प्रभावित गांव में शत-प्रतिशत टीकाकरण, रेंगानार बना दूसरे गावों के लिए मिसाल
कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा- रेंगानार दूसरे गावों के लिए बनेगा मिसाल

दंतेवाड़ा, राज्य ब्यूरो। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले का सुदूर नक्सल प्रभावित ग्राम रेंगानार शत-प्रतिशत कोरोनारोधी टीकाकरण कराने वाला प्रदेश का पहला गांव बन गया है। गांव के सभी लोगों को टीके की पहली डोज लग चुकी है। कुछ को दूसरी डोज भी मिली है। अब गांव को विकास की डोज देने की तैयारी प्रशासन कर रहा है।

रेंगानार दूसरे गावों के लिए बना मिसाल

यह गांव आदिवासी बहुल इस इलाके के दूसरे गांवों के लिए मिसाल बन गया है। गांव में टीकाकरण योग्य कुल 310 लोग हैं। तीन गर्भवती महिलाओं को छोड़ शेष सभी 307 लोगों को टीका लगाया जा चुका है। इसके लिए स्वास्थ्य अमले ने यहां कैंप लगाया था। स्वास्थ्यकर्मी, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर लोगों को टीकाकरण केंद्र तक पहुंचाया और शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल किया।

कलेक्टर ने गांव के जनप्रतिनिधियों को दी बधाई

गांव को यह उपलब्धि मिलने के बाद कलेक्टर दंतेवाड़ा दीपक सोनी और जिला पंचायत के सीइओ अश्विनी देवांगन रेंगानार पहुंचे। कलेक्टर ने गांव के जनप्रतिनिधियों को बधाई दी।

गांव के लोग दूसरे गांवों में जाकर लोगों को टीकाकरण के लिए करेंगे जागरूक

कलेक्टर दंतेवाड़ा ने इनाम में एक वाहन भी गांव को देने का वादा किया है। इस वाहन पर गांव के लोग दूसरे गांवों में जाकर लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक करेंगे।

पहले गांव के लोग टीका लगवाने के लिए राजी नहीं थे

रेंगानार कुआकोंडा ब्लाक का आदिवासी बहुल गांव है। पहले यहां के ग्रामीण टीका लगवाने के लिए राजी नहीं थे। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने उनको समझा बुझाकर टीका लगवाने के लिए तैयार किया।

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