Chattisgarh: रायपुर के अस्पताल में दूसरी मंजिल से कूदकर बुजुर्ग कोरोना मरीज ने की खुदकुशी

बुजुर्ग मरीज को 7 अगस्त को एम्स के कोरोना वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। यहां उसने आज अस्पताल के दूसरे माले से कूद कर खुदकुशी कर ली।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 01:15 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 01:15 PM (IST)
Chattisgarh: रायपुर के अस्पताल में दूसरी मंजिल से कूदकर बुजुर्ग कोरोना मरीज ने की खुदकुशी
Chattisgarh: रायपुर के अस्पताल में दूसरी मंजिल से कूदकर बुजुर्ग कोरोना मरीज ने की खुदकुशी

रायपुर, जेएनएन। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बी छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक कोरोना पॉजिटिव मरीज ने अस्पताल में खुदकुशी कर ली। कोरोना की जांच में पॉजिटिव पाए जाने के बाद बुजुर्ग मरीज को विगत सात अगस्त को एम्स के कोरोना वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। उसने आज यहां अस्पताल की दूसरी मंजिल से कूद कर खुदकुशी कर ली। बताया जा रह है कि बुजुर्ग मरीज की मानसिक हालत भी ठीक नहीं थी। अस्पताल लाए जाने के बाद से उसे मनोचिकित्सकीय देख-रेख में रखा गया था।

अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रायपुर के लालपुर निवासी साठ वर्षीय बुजुर्ग मरीज को पांच दिन पहले ही इलाज के लिए एम्स के काेरोना वार्ड में भर्ती कराया गया था। उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं लग रही थी, इसलिए आठ अगस्त से ही मनोचिकित्सक की देख-रेख में उनका इलाज चल रहा था। बुजुर्ग मरीज बार-बार अस्पताल से निकलने की कोशिश भी कर रहे थे। रात के वक्त अचानक नर्सिंग स्टाफ ने अस्पताल की दूसरे मंजिल से किसी के गिरने की आवाज सुनी। नीचे जाकर देखा गया था तो मरीज की मौत हो चुकी थी।

आमानाका थाना प्रभारी भरत बरेठ के मुताबिक, 65 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव मरीज ने एम्स के सी ब्लॉक स्थित दूसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या की है। यह घटना रात करीब 1.30 बजे हुई। कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद मृतक बुजुर्ग को 7 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था। मंगलवार रात 1.30 बजे नर्स स्टॉफ जब वार्ड में चेक करने गई तो उसी समय बाहर से गिरने की कुछ आवाज आई, जब उन्होंने बाहर जाकर देखा तो वह दूसरी मंजिल से गिरा हुआ था।

खास बातें:

बुजुर्ग मरीज को पांच दिन पहले ही इलाज के लिए एम्स के काेरोना वार्ड में भर्ती कराया गया था।

भर्ती कराए जाने के वक्त उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं लग रही थी।

आठ अगस्त से ही मनोचिकित्सक की देख-रेख में चल रहा था इलाज।

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