चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण को लेकर केंद्र सरकार ने दी जानकारी, जानें कब होगा रवाना

केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री ने कहा कि चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण कार्यक्रम फिर से निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि सामान्य कामकाज शुरू होने को देखते हुए चंद्रयान-3 का 2022 की तीसरी तिमाही में प्रक्षेपण होने की संभावना है।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 07:23 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 07:23 AM (IST)
चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण को लेकर केंद्र सरकार ने दी जानकारी, जानें कब होगा रवाना
अगले साल तीसरी तिमाही में हो सकता है चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण

नई दिल्ली, प्रेट्र। चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण 2022 की तीसरी तिमाही में होने की संभावना है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण इसकी प्रगति प्रभावित हुई है। लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री ने कहा कि चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण कार्यक्रम फिर से निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया, 'सामान्य कामकाज शुरू होने को देखते हुए चंद्रयान-3 का 2022 की तीसरी तिमाही में प्रक्षेपण होने की संभावना है।'

उन्होंने बताया कि चंद्रयान-3 के कार्य में आकृति को अंतिम रूप दिया जाना, उप-प्रणालियों का निर्माण, समेकन, अंतरिक्ष यान स्तरीय विस्तृत परीक्षण और पृथ्वी पर प्रणाली के निष्पादन के मूल्यांकन के लिए कई विशेष परीक्षण जैसी विभिन्न प्रक्रियाएं शामिल हैं। हालांकि, सभी काम जो वर्क फ्रॉम होम मोड में संभव थे, लॉकडाउन अवधि के दौरान भी किए गए थे। 

22 जुलाई, 2019 को भारत ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान -2 को भेजा था। इसे देश के सबसे शक्तिशाली जियोसिंक्रोनस लॉन्च वाहन पर लॉन्च किया गया था। हालांकि, 7 सितंबर, 2019 को लैंडर विक्रम ने हार्ड-लैंड किया, जिसकी वजह से भारत अपने पहले प्रयास में चांद की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने में कामयाब नहीं हो सका। चंद्रयान -3 भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आगे के अंतरग्रहीय मिशनों के लिए भारत की क्षमताओं का प्रदर्शन करेगा।

समय से पहले सेवानिवृत्त किए गए 196 सरकारी अधिकारी

एक सवाल के लिखित उत्तर में जितेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले तीन साल में अपेक्षानुरूप काम नहीं करने वाले कुल 196 सरकारी अधिकारियों को समय-पूर्व सेवानिवृत्त कर दिया गया। कुल अधिकारियों में 111 समूह ए के और 85 अधिकारी समूह बी के थे।

जिला अदालतों ने 74 लाख से ज्यादा मामलों की सुनवाई की

केंद्रीय कानून मंत्री किरन रिजिजू ने एक लिखित जवाब में कहा कि डिजिटल सिस्टम का इस्तेमाल कर जिला अदालतों ने मार्च 2020 से अभी तक कुल 74,15,989 मामलों की सुनवाई की है। मार्च 2020 में कोरोना के कारण देश में लाकडाउन लागू किया गया था। इसी अवधि के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 97,21,149 मामलों का डिजिटल और फिजिकल सुनवाई के माध्यम से निपटारा किया गया।

इस साल पहले छह महीने में साइबर सुरक्षा की छह लाख से ज्यादा घटनाएं

इलेक्ट्रानिक्स एवं आइटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने एक लिखित उत्तर में बताया कि 2021 के पहले छह महीने के दौरान देश में 6.07 लाख से ज्यादा साइबर सुरक्षा की घटनाएं हुई हैं। इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम को भारत में साइबर सुरक्षा घटनाओं को पकड़ने और निगरानी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

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