COVID-19: केंद्र ने राज्यों को किया सतर्क, कहा- त्योहारों में अधिक सावधानियां बरतने की जरूरत
केंद्र सरकार ने कहा कि यह अहम है कि जिला स्वास्थ्य अधिकारी स्थानीय मामलों की संख्या पर कड़ी नजर रखें और स्वास्थ्य मंत्रालय और गृह मंत्रालय द्वारा समय-समय पर जारी परामर्श के आधार पर समय पर तथा सख्ती से हस्तक्षेप करें।
नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि कोरोना महामारी के मद्देनजर आने वाले त्योहारों को लोग 'अत्यधिक सावधानियों' व और सुरक्षित तरीके से मनाएं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Health Secretary Rajesh Bhushan) ने शनिवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे गए पत्र में कहा कि कोविड-19 मामलों में किसी भी तरह के वृद्धि पर काबू के लिए पिछले महीने जारी किए गए दिशानिर्देशों (SOPs) का पालन किया जाना चाहिए।
राज्य सरकार जारी करे निर्देश
बता दें कि स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये वैक्सीनेशन और कोरोना के मौजूदा हालात की समीक्षा की थी। भूषण ने पत्र में कहा है, 'निषिद्ध क्षेत्रों के रूप में पहचाने जाने वाले इलाकों और पांच फीसद से अधिक संक्रमण दर वाले जिलों में किसी भी सामूहिक आयोजन की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।' उन्होंने कहा कि त्योहारों के दौरान सावधानी बरतने के लिए संबंधित राज्य सरकारों द्वारा पर्याप्त रूप से पहले ही आवश्यक निर्देश जारी किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना संबंधी उपयुक्त व्यवहार के उल्लंघन के मामले में दंडात्मक कार्रवाई भी की जानी चाहिए।
सख्ती से करें हस्तक्षेप
केंद्र ने कहा कि यह अहम है कि जिला स्वास्थ्य अधिकारी स्थानीय मामलों की संख्या पर कड़ी नजर रखें और स्वास्थ्य मंत्रालय और गृह मंत्रालय द्वारा समय-समय पर जारी परामर्श के आधार पर समय पर तथा सख्ती से हस्तक्षेप करें। पिछले माह चिकित्सा विशेषज्ञों ने त्योहारों के मौसम में लापरवाही के कारण कोरोना की तीसरी लहर का अंदेशा जताया था। विशेषज्ञों ने इस दौरान लगने वाली लोगों की भीड़ पर रोक लगाने को लेकर सख्त कदम उठाए जाने का सुझाव भी दिया।
घातक हो सकता है नया वैरिएंट
विशेषज्ञों की मानें तो तीसरी लहर के संबंध में कोरोना का नया वैरिएंट घातक साबित हो सकता है क्योंकि त्योहारों के सीजन में लोगों की भीड़ में इसके तेजी से फैलने की आशंका होगी। विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि तीसरी लहर को लेकर सबसे बड़ा खतरा त्यौहारों के सीजन में ही होगा।