टीकाकरण बढ़ाने के लिए लकी ड्रा जैसे कई उपाय अपनाएगी सरकार, जानें कैसे दूसरी डोज लगवाने के ल‍िए किया जाएगा प्रोत्साहित

कोरोना टीके की पहली डोज लगवा चुके लोगों को दूसरी डोज लगवाने के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने दोनों डोज लगवा चुके लोगों के लिए साप्ताहिक या मासिक लकी ड्रा समेत कई उपायों की योजना बनाई है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Sun, 21 Nov 2021 09:28 PM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 07:20 AM (IST)
टीकाकरण बढ़ाने के लिए लकी ड्रा जैसे कई उपाय अपनाएगी सरकार, जानें कैसे दूसरी डोज लगवाने के ल‍िए किया जाएगा प्रोत्साहित
सरकार ने साप्ताहिक या मासिक लकी ड्रा समेत कई उपायों की योजना बनाई है।

 नई दिल्ली, प्रेट्र। लोगों को पूर्ण टीकाकरण के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने कोरोना की दोनों डोज लगवा चुके लोगों के लिए साप्ताहिक या मासिक लकी ड्रा समेत कई उपायों की योजना बनाई है। लकी ड्रा में रसोई उपकरण, राशन किट, यात्रा पास, नकद राशि जैसे पुरस्कार शामिल हो सकते हैं। सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अन्य उपायों की योजना भी बनाई है जिनमें कार्यस्थलों पर टीकाकरण और दोनों डोज लगवा चुके लोगों को बैज उपलब्ध कराना शामिल हैं। इन बैज पर लिखा होगा, 'मैंने पूर्ण टीकाकरण करवा लिया है, क्या आपने भी पूर्ण टीकाकरण कराया है।'

इस तरह दूसरी डोज लगवाने के लिए लोगों को किया जाएगा प्रोत्साहित

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जल्द ही इन उपायों को अपनाने का सुझाव दिया जा सकता है। इसके अलावा जिलों या गावों के स्तर पर दोनों टीके लगवा चुके प्रभावशाली लोगों को भी इसमें शामिल करने की योजना है, ताकि वे लोगों को टीके लगवाने के लिए प्रेरित कर सकें।अधिकारियों के मुताबिक, देश में 82 प्रतिशत पात्र आबादी को कोरोना की पहली डोज और 43 प्रतिशत लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं। 12 करोड़ से ज्यादा लोग ऐसे हैं जिन्होंने पहली डोज तो लगवाई है, लेकिन दूसरी डोज नहीं लगवाई और उनकी दोनों डोज के बीच निर्धारित अंतराल की अवधि भी बीत चुकी है।

सीरम को मिली कोविशील्ड की 50 लाख डोज के निर्यात की अनुमति

केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (एसआइआइ) को संयुक्त राष्ट्र के कोवैक्स वैश्विक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत नेपाल, ताजिकिस्तान और मोजाम्बिक को कोविशील्ड की 50 लाख डोज के निर्यात की अनुमति प्रदान कर दी है। इन देशों के अलावा कोवैक्स के तहत बांग्लादेश को भी कोविशील्ड का निर्यात किया जाएगा। एसआइआइ के सरकार एवं नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को लिखे पत्र में सूचित किया था कि पुणे स्थित उनकी कंपनी ने कोविशील्ड की 24,89,15,000 डोज का उत्पादन कर स्टाक कर लिया है और यह स्टाक दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है।

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