सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में कोई पहलू खारिज नहीं किया जा सकता : सीबीआइ

सीबीआइ की एक टीम मुंबई में करीब एक माह तक सुशांत मामले की जांच करके दिल्ली वापस जा चुकी है। इस दौरान सीबीआइ की टीम ने तीन बार मुंबई के बांद्रा स्थित सुशांत के घर जाकर सीन रीक्रिएट किया था।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Mon, 28 Sep 2020 03:52 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 10:04 PM (IST)
सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में कोई पहलू खारिज नहीं किया जा सकता : सीबीआइ
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की फाइल फोटो।

राज्य ब्यूरो, मुंबई। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध हालात में मौत की जांच कर रही सीबीआइ (केंद्रीय जांच ब्यूरो) ने कहा है कि वह इस मामले की जांच पूरे पेशेवर तरीके से कर रही है। जांच अभी जारी है। इस संबंध में अभी किसी भी पहलू को खारिज नहीं किया जा सकता। इस मामले में सीबीआइ का बयान पहली बार सामने आया है। तीन दिन पहले सुशांत सिंह परिवार के वकील विकास सिंह ने इस मामले की जांच भटकने का आरोप लगाते हुए कहा था कि एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) के एक डॉक्टर ने फोटो देखकर कहा था कि यह साफ-साफ हत्या का केस लग रहा है। सीबीआइ अब तक इसे आत्महत्या के लिए उकसाने के बजाय हत्या के मामले में क्यों नहीं बदल रही है, पता नहीं। उन्होंने आशंका जताई थी कि जांच सही दिशा में नहीं जा रही है।

माना जा रहा है कि विकास सिंह के उक्त बयान के बाद ही सीबीआइ ने यह बयान जारी किया है। बता दें कि सीबीआइ की एक टीम मुंबई में करीब एक माह तक सुशांत मामले की जांच करके दिल्ली वापस जा चुकी है। इस दौरान सीबीआइ की टीम ने तीन बार मुंबई के बांद्रा स्थित सुशांत के घर जाकर सीन रीक्रिएट किया था और मौत के दिन सुशांत के घर पर उनके साथ रहे सिद्धार्थ पिठानी और नीरज कुमार से कई-कई घंटे पूछताछ की थी। सीबीआइ मुंबई में रहने वाली सुशांत की बहन मीतू सिंह से भी पूछताछ कर चुकी है।

माना जा रहा है कि जरूरत पड़ने पर वह सुशांत के परिवार के अन्य सदस्यों से भी पूछताछ करेगी।बता दें कि 14 जून, 2020 को सुशांत की उनके बांद्रा स्थित घर में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। घटनास्थल पर पुलिस के पहुंचने से पहले ही सुशांत का शव उनके कमरे के पंखे से नीचे उतारा जा चुका था। उनके फांसी लगाने की बात कहे जाने पर भी पुलिस या सीबीआइ को सुशांत के पंखे से लटकने की कोई तस्वीर प्राप्त नहीं हुई।

सुशांत के परिवार ने भी शुरू में इसे सामान्य आत्महत्या ही माना था, लेकिन बाद में उनके पिता केके सिंह ने पटना में लिखाई अपनी रिपोर्ट में सुशांत की महिला मित्र रिया चक्रवर्ती सहित आठ लोगों के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया। अब उनके परिवार के सदस्य एक बार फिर आत्महत्या के लिए उकसाने के बजाय सीधे-सीधे हत्या का मामला बताते दिखाई दे रहे हैं। सुशांत के परिवार ने उनके बैंक खातों से बड़ी रकम निकाले जाने का आरोप भी लगाया था। इस मामले की जांच ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) कर रही थी, लेकिन अब तक ऐसा भी कोई सुबूत ईडी के हाथ नहीं लगा है। उलटे ईडी की जांच के दौरान मिली रिया की वाट्सएप चैट्स से बॉलीवुड के ड्रग सिंडीकेट का मामला खुल चुका है। जिसकी जांच एनसीबी (नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) कर रही है। इस मामले में रिया चक्रवर्ती सहित 20 लोग अब तक गिरफ्तार हो चुके हैं और कई प्रमुख अभिनेत्रियों से पूछताछ हो चुकी है।

सीबीआइ जांच निष्कर्ष का उत्सुकता से इंतजार : देशमुख

महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि वह भी सीबीआइ जांच के नतीजे का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। उनके अनुसार सुशांत मामले की जांच मुंबई पुलिस भी पूरे पेशेवर तरीके से कर रही थी। फिर अचानक यह जांच सीबीआइ को सौंप दी गई। लोग पूछ रहे हैं कि सुशांत की मौत आत्महत्या है या उनकी हत्या हुई है? बता दें कि सुशांत मामले की जांच मुंबई पुलिस से लेकर सीबीआइ को दिए जाने के बीच काफी राजनीति भी हो चुकी है। बिहार में एफआइआर दर्ज किए जाने के बाद वहां से आए बिहार पुलिस के एसपी को बीएमएसी (बृहन मुंबई महानगरपालिका) ने क्वारंटाइन कर दिया था। जिसके कारण महाराष्ट्र और बिहार सरकार के बीच भी बयानबाजी का दौर चल निकला था।

भूख हड़ताल करेंगे सुशांत के दोस्त

अब सुशांत के परिवार और मित्रों द्वारा सीबीआइ पर भी दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। सुशांत के मित्र गणेश हिवाकर और उनके पूर्व सहयोगी अंकित आचार्य ने सीबीआइ से न्याय न मिलने पर दो अक्टूबर से भूख हड़ताल करने की घोषणा कर दी है।

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