मां को अपने पास रखने को लेकर विवाद में भाइयों ने अपने ही भाई को जिंदा जलाया, अस्पताल में मौत
दादी उसके घर पर रहती थीं लेकिन दादी के विरोध के बावजूद चाचा उन्हें अपने साथ ले जाना चाहते थे। इसी बात को लेकर चाचा भैयालाल भगवानदास कन्हैयालाल और चाचा के लड़के संजू ने पिता जब सो रहे थे तभी उन्हें जिंदा जला दिया।
जबलपुर, राज्य ब्यूरो। मध्यप्रदेश के दमोह जिले के एक गांव में रविवार को मां को अपने पास रखने को लेकर सगे भाइयों ने अपने ही भाई को जिंदा जला दिया। उन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
दादी के विरोध के बावजूद चाचा उन्हें अपने साथ ले जाना चाहते थे
मृतक रनेह थाना के धाना पिपरिया गांव निवासी 40 वर्षीय बाबूलाल अठया हैं। उनके बेटे कीरत ने बताया कि दादी उसके घर पर रहती थीं, लेकिन दादी के विरोध के बावजूद चाचा उन्हें अपने साथ ले जाना चाहते थे। इसी बात को लेकर चाचा भैयालाल, भगवानदास, कन्हैयालाल और चाचा के लड़के संजू ने सुबह करीब छह बजे पिता जब सो रहे थे, तभी उन्हें जिंदा जला दिया।
कीरत ने कहा- डायल 100 को घटना की सूचना दी गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई रिपोर्ट नहीं लिखी
कीरत ने बताया कि डायल 100 को घटना की सूचना दी गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई रिपोर्ट नहीं लिखी। इसके बाद वे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले आए, जहां दोपहर में पिता की मौत हो गई।
नायब तहसीलदार ने मौत के पहले बाबूलाल के लिए बयान
रनेह थाना प्रभारी प्रसीता कु र्मी ने बताया कि सूचना पर पुलिस को मौके पर भेजा गया और दमोह में नायब तहसीलदार रंजना यादव ने बयान लिए। इसके बाद बाबूलाल की मौत हुई।