Board Exam 2021: असम के छात्र आए सुप्रीम कोर्ट, कहा- हमारी परीक्षाएं रद कराई जाएं
सीबीएसई और सीआइएससीई के अंतर्गत शिक्षण संस्थाओं की 10 वीं और 12 वीं की परीक्षाएं रद करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में लंबित राज्य के विद्यार्थियों की याचिका का उल्लेख करते हुए ताजा याचिका में कहा गया है कि उनके साथ क्यों भेदभाव किया जा रहा है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। असम के स्टेट बोर्ड के स्कूलों के छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी परीक्षाएं निरस्त कराने की मांग की है। शीर्ष न्यायालय में याचिका दायर करने वाले छात्र 10 वीं और 12 वीं कक्षा के हैं। याचिका में राज्य में कोरोना संक्रमण की गंभीर स्थिति के मद्देनजर परीक्षा संचालित करने वाले बोर्ड को परीक्षाएं रद करने के लिए आदेश देने का अनुरोध किया गया है।
कहा, कोरोना के चलते सीबीएसई की परीक्षाएं रद हो गईं, तो हमारी क्यों नहीं
सीबीएसई और सीआइएससीई के अंतर्गत शिक्षण संस्थाओं की 10 वीं और 12 वीं की परीक्षाएं रद करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में लंबित राज्य के विद्यार्थियों की याचिका का उल्लेख करते हुए ताजा याचिका में कहा गया है कि उनके साथ क्यों भेदभाव किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने सीबीएसई की 12 वीं की परीक्षा रद कर दी है। कई राज्यों ने भी अपनी बोर्ड परीक्षाएं रद कर दी हैं। लेकिन भाजपा शासित असम में अभी बोर्ड परीक्षाएं रद नहीं की गई हैं जबकि वहां पर कोरोना संक्रमण की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस एकेएम खानविल्कर की अध्यक्षता वाली पीठ ने सीबीएसई की परीक्षाएं रद किए जाने संबंधी केंद्र सरकार के फैसले पर संतोष जताया। शीर्ष न्यायालय ने सीबीएसई और सीआइएससीई को दो सप्ताह के भीतर अपने परिणाम घोषित करने की तरीके की जानकारी देने के लिए कहा है।
अधिवक्ता अभिषेक चौधरी और मंजू जेटली ने असम के चार छात्रों की ओर से दायर ताजा याचिका में कहा है कि असम सरकार ने पहले दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित करने की घोषणा की लेकिन अब वह इन परीक्षाओं को जुलाई और अगस्त में कराने की बात कह रही है। अत: इन परीक्षाओं को रद कराया जाए।