मुलक्कल को 12 दिनों की हिरासत के बाद नन के परिवार ने सरकार से लगाई सुरक्षा की गुहार

सोमवार को बिशप को कोट्टयम जिले में दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया गया, अदालत ने उसे 6 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 05:34 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 07:55 PM (IST)
मुलक्कल को 12 दिनों की हिरासत के बाद नन के परिवार ने सरकार से लगाई सुरक्षा की गुहार
मुलक्कल को 12 दिनों की हिरासत के बाद नन के परिवार ने सरकार से लगाई सुरक्षा की गुहार

कोट्टयम, प्रेट्र। केरल नन से दुष्कर्म के मामले में बिशप मुलक्कल को 12 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, इसके बाद शिकायतकर्ता की बहन ने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई है। उन्होंन राज्य के डीजीपी, कोट्टयम के एसपी और कलाडी सर्कल इंस्पेक्टर को लिखित शिकायत दर्ज करवाई है जिसमें उन्होंने कहा है कि उन्हें और उनके परिवार को जान से मार देने की धमकियां मिल रही हैं।  इन धमकियों से डरे नन के परिवार ने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की गुहार की है।

सिस्टर लूसी पर की गई सभी कार्रवाइयों को वापस लिया गया
चर्च के अधिकारियों ने सिस्टर लूसी कलप्पुरा के खिलाफ सभी अनुशासनात्मक कार्रवाईयों को वापस ले लिया है। लूसी ने कल आरोप लगाया था कि उसे इस केस के मामले में एर्नाकुलम में विरोध प्रदर्शन करने की वजह से निष्कासित कर दिया गया था।

मुलक्कल को 12 दिनों की न्यायिक हिरासत
इसके पहले रोमन कैथोलिक बिशप फ्रैंको मुल्लकल को  नन के साथ दुष्कर्म के आरोप में 12 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। दो दिनों की पुलिस हिरासत के बाद सोमवार को बिशप को कोट्टयम जिले में दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया गया। जहां अदालत ने उसे छह अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य की जांच के बाद पादरी को पाला सबजेल भेजा गया। केरल हाई कोर्ट गुरुवार को बिशप की जमानत याचिका पर सुनवाई करेगा।

रविवार को मुल्लकल को कुराविलानगाड में सेंट फ्रैंसिस मिशन ले जाया गया। यहीं उसने नन के साथ दुष्कर्म किया था। अदालत को सौंपी गई अपनी रिमांड रिपोर्ट में पुलिस ने कहा है कि सेंट फ्रैंसिस मिशन होम के गेस्ट हाउस में 2014 और 2016 के बीच नन के साथ 13 बार दुष्कर्म और अप्राकृतिक दुराचार किया गया था। बिशप ने सभी आरोपों से इन्कार करते हुए खुद को निर्दोष बताया है। तीन दिनों तक चली पूछताछ के बाद पुलिस ने 21 सितंबर को बिशप को गिरफ्तार किया था। शनिवार को दंडाधिकारी ने बिशप की जमानत अर्जी ठुकराते हुए दो दिनों की पुलिस हिरासत में सौंप दिया था।

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