कोरोना वायरस के भारत और ब्रिटेन में मिले वैरिएंट पर कोवैक्सीन है प्रभावी, भारत बायोटेक ने किया दावा

पीएमओ स्वास्थ्य मंत्री और अन्य को टैग करते हुए भारत बायोटेक की सह संस्थापक और संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा एल्ला ने ट्वीट किया नए वैरिएंट के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने वाले वैज्ञानिक शोध के आंकड़ों के प्रकाशन से कोवैक्सीन को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 04:55 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 08:38 PM (IST)
कोरोना वायरस के भारत और ब्रिटेन में मिले वैरिएंट पर कोवैक्सीन है प्रभावी, भारत बायोटेक ने किया दावा
भारत बायोटेक और आइसीएमआर ने मिलकर बनाई है कोवैक्सीन

नई दिल्ली, प्रेट्र। कोरोना रोधी वैक्सीन बनाने वाली भारत बायोटेक ने दावा किया है कि उसकी कोवैक्सीन भारत और ब्रिटेन में पाए गए कोरोना वायरस के दोनों वैरिएंट के खिलाफ भी प्रभावी है। हैदराबाद स्थित कंपनी ने मेडिकल जर्नल क्लीनिकल इंफेक्सस डिजीज में प्रकाशित अध्ययन रिपोर्ट का हवाला दिया है। कंपनी ने कहा कि भारत में मिले बी.1.617 और ब्रिटेन में पाए गए बी.1.1.7 वैरिएंट समेत कोरोना वायरस के सभी स्ट्रेन से कोवैक्सीन सुरक्षा प्रदान करती है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआइवी) के सहयोग से यह अध्ययन किया गया था। कोवैक्सीन के विकास में भी इन दोनों संस्थान का सहयोग है।

पीएमओ, वित्त मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और अन्य को टैग करते हुए भारत बायोटेक की सह संस्थापक और संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा एल्ला ने ट्वीट किया, 'नए वैरिएंट के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने वाले वैज्ञानिक शोध के आंकड़ों के प्रकाशन से कोवैक्सीन को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है।'

कोवैक्सीन के उत्पादन के लिए हेस्टर कर रही वार्ता

अहमदाबाद स्थित हेस्टर बायोसाइंसेज के सीईओ और प्रबंध निदेशक राजीव गांधी ने रविवार को कहा कि कंपनी ने भारत बायोटेक से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के जरिए कोरोना वैक्सीन उत्पादन के लिए गुजरात सरकार के साथ करार किया है। इस संबंध में उसकी भारत बायोटेक के साथ भी बातचीत चल रही है। इसके लिए गुजरात सरकार के नेतृत्व में त्रिपक्षीय संघ गठित किया गया है। 

देश में कोरोना के मामलों की बात करें तो शनिवार देर रात तक मिले आंकड़ों के मुताबिक कुल संक्रमितों की संख्या दो करोड़ 46 लाख 79 हजार को पार कर गई है। इनमें से दो करोड़ सात लाख 82 हजार मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं और 2,70,254 लोगों की मौत भी हो चुकी है। सक्रिय मामले 36.17 लाख रह गए हैं। महाराष्ट्र में लगातार दूसरे 40 हजार से कम (34,848) मामले मिले, लेकिन मरने वालों का आंकड़ा 960 पर पहुंच गया। राज्य में अब तक 80 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।

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