अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से प्रतिबंध जल्द हटने की संभावना नहीं

विमानन सचिव राजीव बंसल ने बताया कि एयर बबल व्यवस्था के तहत उपलब्ध मौजूदा उड़ानों की संख्या मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर ज्यादा मांग नहीं है क्योंकि वीजा हासिल करने के मामले में बहुत से देशों में कई तरह के प्रतिबंध हैं।

By Neel RajputEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 07:44 AM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 07:44 AM (IST)
अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से प्रतिबंध जल्द हटने की संभावना नहीं
'एयर बबल' के तहत मौजूदा उड़ानों की संख्या मांग को पूरा करने के लिए काफी

नई दिल्ली, प्रेट्र। सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से प्रतिबंध जल्द हटाए जाने की संभावना नहीं है। विमानन सचिव राजीव बंसल ने कहा कि 'एयर बबल' व्यवस्था के तहत मौजूदा उड़ानों की संख्या मांग को पूरा करने के लिए काफी है। कोरोना संकट के बीच पिछले वर्ष मार्च से निर्धारित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानें निलंबित हैं। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के परिचालन के लिए भारत की 25 से अधिक देशों के साथ 'एयर बबल' व्यवस्था है।

बंसल ने बताया कि 'एयर बबल' व्यवस्था के तहत उपलब्ध मौजूदा उड़ानों की संख्या मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर ज्यादा मांग नहीं है, क्योंकि वीजा हासिल करने के मामले में बहुत से देशों में कई तरह के प्रतिबंध हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका और कनाडा जैसे कुछ देशों में एयरलाइन कंपनियों के पास दिसंबर, 2021 के मध्य के लिए औसत क्षमता उपयोग अनुपात 30 से 40 प्रतिशत हैं। हालांकि मांग कोरोना-पूर्व स्तर पर पहुंचने की स्थिति में सरकार अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को अनुमति देने पर विचार कर सकती है।

उन्होंने यह भी कहा कि 'एयर बबल' व्यवस्था का विस्तार किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि दो देशों के बीच एक 'एयर बबल' व्यवस्था के तहत कुछ शर्तो के साथ उनकी विमानन कंपनियां एक-दूसरे के क्षेत्रों में यात्री उड़ानें संचालित कर सकती हैं। वर्तमान में, भारत की अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और जापान सहित 28 देशों के साथ ऐसी व्यवस्था है।

विदेश से आने वालों के लिए बदले कोविड-19 प्रोटोकाल

सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए संशोधित दिशानिर्देश जारी किए हैं। नए दिशानिर्देशों के अनुसार, जिन्होंने टीके की दोनों खुराक ले ली हैं और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पास कोविड-19 वैक्सीन को लगवाया है, उन्हें 25 अक्टूबर से आइसोलेशन में रहने और जांच की जरूरत नहीं होगी। हालांकि, उन्हें एक नेगेटिव कोविड-19 आरटी-पीसीआर रिपोर्ट पेश करना जरूरी होगा। अगर टीकाकरण नहीं किया गया है, तो यात्रियों को ऐसे उपाय करने होंगे जिनमें आगमन के बाद कोविड-19 जांच के लिए नमूना देना शामिल है। इसके बाद उन्हें एयरपोर्ट से बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी, और उन्हें सात दिनों के लिए आइसोलेशन में रहना होगा। नई गाइडलाइंस के अनुसार भारत में पहुंचने के आठवें दिन उनकी फिर से जांच होगी और यदि रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो उन्हें अगले 7 दिनों तक अपने स्वास्थ्य की खुद से निगरानी करनी होगी।

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