असम: भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से कई गांव प्रभावित, स्थानिय लोग टेंट में शरण लेने को मजबूर
सीओवीआईडी -19 लॉकडाउन के कारण पहले ही संघर्ष कर रहे लोगों ने अधिकारियों पर लगाया बाढ़ जैसी स्थिति पैदा करने का आरोप। स्थानिय लोगों ने सरकार ने मदद की गुहार लगाई है। लोग सड़कों के किनारे बने मकानों की छत तले शरण लेने को मजबूर हो रहे हैं।
नगांव, एएनआइ। असम के नागांव जिले के कई गांवों में आई बाढ़ से स्थानिय लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बता गया कि लगातार हो रही बारिश से बोरपानी और कपिली नदियों का जल स्तर बढ़ गया था। बाढ़ का पानी घरों में घुसने के बाद रामपुर और राहा के लोग सड़कों के किनारे बने मकानों की छत(अस्थाई टेंट) तले शरण लेने को मजबूर हो रहे हैं। स्थानीय लोगों ने 24 सितंबर को भारी वर्षा के बाद कार्बी लैंगपाई हाइड्रो इलेक्ट्रिक परियोजना के उद्घाटन को तबाही का कारण बताया।
एक स्थानीय नागरिक ने बताया, 'सात नंबर का बांध पहले खोला गया था, जिससे बाढ़ की स्थिति काफी बदतर हो गई है। कल रात बाढ़ के पानी ने लोगों के मवेशियों को बहा दिया और हमारे खेत पूरी तरह से बह गए हैं। हम पहले से ही सीओवीआईडी -19 लॉकडाउन के कारण संघर्ष कर रहे हैं। हम इससे कैसे उबरेंगे?' उन्होंने सरकार से अनुरोध करते हैं कहा कि वह बांध के अधिकारियों से बात करे। उन्हें इस स्थिति में हमारी मदद करनी चाहिए।