समझौते से एक दिन पहले असम में सिलसिलेवार चार धमाके, उल्फा (आइ) ने ली जिम्मेदारी
ग्राहम बाजार में NH 37 के पास एक दुकान में विस्फोट हुआ है। पुलिस और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं
गुवाहाटी, एजेंसियां। उग्रवादी गुटों और सरकार के बीच होने वाले समझौते से ठीक एक दिन पहले रविवार को असम के दो जिलों- डिब्रूगढ़ व चराईदेव में हुए सिलसिलेवार चार धमाकों से लोग सहम उठे। हालांकि, इनमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उधर, प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट (उल्फा-आइ) ने धमाकों की जिम्मेदारी ली है। इसका सरगना परेश बरुआ है। कुछ उग्रवादी संगठनों ने बंद का आह्वान करते हुए प्रदेशवासियों से गणतंत्र दिवस समारोहों में शामिल नहीं होने का आह्वान किया था। सूत्र बताते हैं कि तिनसुकिया जिले के दूम-दूमा शहर में भी एक धमाका हुआ है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। पुलिस के अनुसार, चारों धमाके सुबह 8:15-8:25 बजे के बीच दस मिनट के भीतर हुए। पहला धमाका चराईदेव जिले के तेवकघाट स्थित सोनारी थाना क्षेत्र की एक दुकान के सामने हुआ। इसके बाद तीन अन्य धमाके डिब्रूगढ़ जिले में हुए। नेशनल हाईवे-73 स्थित गुरुद्वारा के पीछे ग्राहम बाजार में दो धमाके हुए जबकि तीसरा धमाका दुलियाजान तिनियाली में थाने से 100 मीटर की दूरी पर हुआ। धमाकों की सूचना पर राज्य के बड़े पुलिस अधिकारी तत्काल मौके की तरफ भागे। डीजीपी भास्कर ज्योति महंता ने कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उल्लेखनीय है कि बोडोलैंड की मांग करने वाले नेशनल डेमोक्रेटिक फेडरेशन ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के चार गुटों ने हिंसा का रास्ता छोड़ने का फैसला किया है। इस सिलसिले में सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में इन संगठनों के प्रतिनिधि और असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले हैं।
डिब्रूगढ़ में धमाकों के लिए हैंडग्रेनेड और आइईडी का इस्तेमाल
सहायक पुलिस अधीक्षक पद्मनाभ बरुआ के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज में देखा गया है कि डिब्रूगढ़ के दुलियाजान में हुए धमाके को बाइकसवार दो बदमाशों ने अंजाम दिया है। दोनों बाइक से ही ग्रेनेड फेंकते हुए फरार हो गए। ग्राहम बाजार में इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइईडी) के जरिये समयबद्ध धमाके कराए गए।
जनता से खारिज किए जाने से बौखला गए हैं उग्रवादी संगठन
सोनोवाल मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने धमाकों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि पवित्र गणतंत्र दिवस पर ऐसी कायराना हरकत उग्रवादी संगठनों की हताशा दिखाती है। प्रदेशवासियों ने उग्रवादियों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है, इसलिए वे बौखला गए हैं। इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों को इसके लिए निर्देश दिए गए हैं।