Art. 370 खत्म का एक साल पूरा: सारे जहां से अच्छा की धुन पर जम्मू-कश्मीर से लद्दाख तक लहराया तिरंगा

कठुआ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना ने 110 फीट ऊंचे पोल पर तीस फीट लंबा और बीस फीट चौड़ा विशाल तिरंगा फहराया।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 10:51 PM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 10:51 PM (IST)
Art. 370 खत्म का एक साल पूरा: सारे जहां से अच्छा की धुन पर जम्मू-कश्मीर से लद्दाख तक लहराया तिरंगा
Art. 370 खत्म का एक साल पूरा: सारे जहां से अच्छा की धुन पर जम्मू-कश्मीर से लद्दाख तक लहराया तिरंगा

जेएनएन, श्रीनगर। अनुच्छेद-370 खत्म होने का एक साल पूरा होने पर जम्मू-कश्मीर से लेकर लद्दाख तक आजादी का जश्न मना। वहीं, देर शाम दिवाली जैसा नजारा दिखाई दिया। केवल जम्मू या लद्दाख में ही नहीं, कश्मीर स्थित अनंतनाग जिले के लाल चौक से उत्तरी कश्मीर में एलओसी तक लोगों ने तिरंगा फहराकर अपनी खुशी का इजहार किया। कुपवाड़ा में सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा की धुन सुनाई दी। पांच अगस्त का दिन एक बार फिर यादगार बन गया। कश्मीर के लोगों ने कहा कि यह सिर्फ एक निशान-एक विधान की बहाली या सिर्फ मुख्यधारा में विलीन होने का एक साल नहीं है, बल्कि यह पत्थरबाजी, आतंकवाद और शोषण की सियासत से मुक्ति का भी एक साल है।

पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम लागू किया गया था

पांच अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने अनुच्छेद-370 को समाप्त करते हुए जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 को लागू किया था। पुनर्गठन की पहली वर्षगांठ पर भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में जगह-जगह तिरंगा फहराने का एलान किया था। इस अवसर पर आतंकियों और अलगाववादियों ने जहां हिंसा भड़काने की साजिश रची थी। वहीं, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने काला दिवस मनाने का एलान किया था। प्रशासन ने स्थिति को भांपते हुए पूरी वादी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करते हुए कई इलाकों में प्रशासनिक पाबंदियां भी लगाई थी।

एक साल में पत्थरबाजी कम हुई है, आतंकवाद आज मरणासन्न है

श्रीनगर में पाबंदियों के चलते अनुच्छेद-370 की समाप्ति की सालगिरह मनाने के इच्छुक कुछ युवाओं ने भाजपा कार्यालय में आयोजित समारोह में शामिल होना ही बेहतर समझा। इनमें बटमालू का नासिर और ख्याम का बुरहान भी शामिल था। नासिर ने कहा कि मैंने सुबह अपने घर के पास चौक में तिरंगा फहराया। भाजपा मुख्यालय में अल्ताफ ठाकुर, राजा मंजूर व अन्य भाजपा नेताओं ने तिरंगा फहराया और मिठाइयां बंटी। राष्ट्रध्वज को सलामी देने के बाद अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि जो लोग अनुच्छेद-370 की समाप्ति से नाखुश हैं, वह आइएसआइएस के समर्थक ही होंगे। अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि बीते एक साल में पत्थरबाजी कम हुई है, आतंकवाद आज मरणासन्न है, आजादी का नारा देने वाले चुप हो गए हैं।

लाल चौक पर तिरंगा फहराने अकेली पहुंची रुमैसा रफीक

अनंतनाग के लाल चौक में रुमैसा रफीक नामक एक महिला अकेली ही राष्ट्रध्वज लेकर पहुंची। उन्होंने राष्ट्रध्वज फहराया और उसे सलामी दी। खुद को भाजपा की अनंतनाग इकाई की सदस्य बताने वाली रुमैसा ने कहा कि आप यह मत समझो कि मैं अकेली हूं। अगर मैं अकेली होती तो यहां खुलेआम राष्ट्रध्वज लेकर खड़ी नहीं होती। यहां हरेक के दिल में तिरंगा है, मैंने उनकी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए ही यह झंडा यहां फहराया है। कोविड-19 की पाबंदियां नहीं होती तो यहां आज आपको भीड़ नजर आती। वहीं, अगर आतंकियों का डर होता तो मैं भी यहां नहीं आती।

वसीम बारी की हत्या के बावजूद बांडीपोरा में लहराया तिरंगा

बांडीपोरा में जहां बीते माह आतंकियों ने भाजपा नेता वसीम बारी की उनके पिता और भाई संग हत्या की थी, वहां भी भाजपा नेता अपने कार्यालय में जमा हुए। उन्होंने वहां तिरंगा लहराया और आतंकवाद व अलगाववाद के समूल नाश के अपने संकल्प को दोहराया।

कठुआ में 30 फीट लंबा व 20 फीट चौड़ा तिरंगा लहराया

कठुआ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना ने 110 फीट ऊंचे पोल पर तीस फीट लंबा और बीस फीट चौड़ा विशाल तिरंगा फहराया। वर्ष 1953 के आंदोलन में शहादत देने वाले श्यामा प्रसाद मुखर्जी को कठुआ में गिरफ्तार किया गया था। वहीं, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में भी नाच गाकर पांच अगस्त की खुशियां मनाई। लेह जिले में भाजपा सांसद जामयांग से¨रग नांग्याल ने तिरंगा फहराया।

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