सेना के अधिकारी ने दुनिया की मुश्किल साइकिल रेस पूरी की, वर्चुअल मंच 4,000 किमी दूरी तय की

लेफ्टिनेंट कर्नल भरत पन्नू ने इंडोर 4000 किलोमीटर पैडल चलाकर वर्चुअल मंच पर आयोजित रेस एक्रोस अमेरिका (Race Across America RAAM) अपने नाम कर ली है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Fri, 03 Jul 2020 12:48 AM (IST) Updated:Fri, 03 Jul 2020 12:48 AM (IST)
सेना के अधिकारी ने दुनिया की मुश्किल साइकिल रेस पूरी की, वर्चुअल मंच 4,000 किमी दूरी तय की
सेना के अधिकारी ने दुनिया की मुश्किल साइकिल रेस पूरी की, वर्चुअल मंच 4,000 किमी दूरी तय की

मुंबई, पीटीआइ। लेफ्टिनेंट कर्नल भरत पन्नू ने इंडोर 4,000 किलोमीटर पैडल चलाकर वर्चुअल मंच पर आयोजित रेस एक्रोस अमेरिका (आरएएएम) अपने नाम कर ली है। साइकिलिंग की दुनिया में आरएएएम को मुश्किल रेस में से एक माना जाता है। कोरोना संकट के चलते आयोजकों ने इसे वर्चुअली कराने का फैसला किया था। इसमें पूरी दुनिया के साइकिल सवारों ने इंडोर ट्रेनर में प्रतिस्पर्धा की।

जहां टूर डि फ्रांस चरणों में आयोजित होती है, तो वहीं आरएएएम में साइक्लिस्ट को सोने के समय को भी त्यागकर निर्धारित समय में रेस पूरी करनी होती है। अमेरिका में होनी वाली रेस में यह कई जगहों पर होती है, जिसमें रेगिस्तान की गर्मी, पहाड़ी दर्रो की सर्दी और तेज हवाओं में साइकिल चलानी होती है। वर्चुअल रेस में यह सब नहीं था, लेकिन अन्य चुनौतियां शामिल थीं जिसमें इंडोर में काफी लंबे समय तक साइकिल चलाने के अनुभव की कमी होना भी कई प्रतिस्पíधयों के लिए मुश्किल रहा। कर्नल पन्नू ने रविवार की शाम को 12 दिन के बाद यह रेस पूरी की और अब वह सामान्य लोगों की तरह अपनी नींद लेना चाहते हैं।

पुणे से बेंगलुरु में अपने सेना विमानन विंग बेस पर लौटते हुए उन्होंने से कहा, आउटडोर में आप सीट से उतरकर अपने शरीर को मोड़ लेते हैं। लेकिन इंडोर में इस तरह की कोई सुविधा मौजूद नहीं थी, क्योंकि साइकिल फ्रेम स्टैंड पर चिपका हुआ है। उन्हें 38 घंटे साइकिल चलाने के बाद सिर्फ 90 मिनट के लिए सोने का ब्रेक मिला। 12 दिनों तक चले रेस के दौरान उन्हें सोने के लिए सिर्फ 11 बार 90 या 180 मिनट लंबा ब्रेक मिला। रेस के दौरान वे पूरी तरह से दुनिया से कटे हुए थे। रेस पूरा होने के बाद ही उन्हें पता चला कि पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए हैं।

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