अमेरिकी कमांडर रिचर्ड क्लार्क और एमएम नरवने ने की मुलाकात, आपसी हितों के मुद्दों पर हुई चर्चा
भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवने और यूएस स्पेशल ऑपरेशंस कमांड के कमांडर जनरल रिचर्ड डी क्लार्क ने गुरुवार को मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों ने आपसी हितों के मुद्दे पर चर्चा की। भारत के शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देकर क्लार्क ने अपनी यात्रा की शुरुआत की।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवने और यूएस स्पेशल ऑपरेशंस कमांड के कमांडर जनरल रिचर्ड डी क्लार्क ने गुरुवार को मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों ने आपसी हितों के मुद्दे पर चर्चा की।
नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास ने बताया कि यह बैठक एशिया के दूसरे देशों के माध्यम से एक नियमित यात्रा का हिस्सा हैं। अमेरिकी दूतावास ने आगे कहा कि कमांडर जनरल रिचर्ड डी क्लार्क ने नई दिल्ली में भारतीय रक्षा और सैन्य अधिकारियों के साथ बातचीत की। तो वहीं भारतीय सेना ने ट्वीट कर कहा कि जनरल रिचर्ड डी क्लार्क, कमांडर यूनाइटेड स्टेट्स स्पेशल ऑपरेशंस कमांड यूएसएसओसीओएम ने जनरल एमएम नरवाने सीओएएस से मुलाकात की और आपसी हित के मुद्दों पर बातें हुई।
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर भारत के शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देकर जनरल रिचर्ड डी क्लार्क ने अपनी यात्रा की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि मेझे भारत के सैनिकों के सभी प्रयासों पर गर्व है, जिन्होंने भारत का बचाव किया। हम भारत के सेवा सदस्यों को धन्यवाद देते हैं जिन्होंने अंतिम बलिदान दिया है और हम उन सभी के काम की सराहना करते हैं जो आज भारत की रक्षा करते हैं।
समारोह के बाद क्लार्क और भारतीय रक्षा अधिकारियों के बीच बैठक हुई। बैठक में भारत और अमेरिका द्वारा रक्षा साझेदारी में सुधार के लिए एक साथ काम करने पर चर्चा हुई। बैठक के बाद क्लार्क ने कहा कि भारत के साथ हमारी साझेदारी हिंद-प्रशांत में महत्वपूर्ण है। दोनों देशों के साथ में काम करने से पूरे क्षेत्र में सुरक्षा में मदद होती है। उन्होंने भारत और अमेरिका के रिश्ते पर कहा कि, चाहे हम अभ्यास में एक साथ प्रशिक्षण ले रहे हों, या कई अन्य क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हों, भारत के साथ हमारे संबंध मजबूत हैं और लगातार बढ़ रहे हैं।
इससे पहले, भारतीय सेना के प्रमुख जनरल एमएम नरवने ने ग्रीस के हेलेनिक आर्मी जनरल स्टाफ के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल चारलाम्पोस लालौसिस के साथ एक वीडियो कॉलिंग के माध्यम से दोनों के बीच बातचीत की हुई। इस बातचीत में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के पहलुओं पर चर्चा हुई।