राममंदिर भूमि पूजन के साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कराया

इससे पहले प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति बनाए गए मंदिरों का ही शिलान्यास और उद्घाटन करते रहे हैं मगर पीएम नरेंद्र मोदी ने पहली बार मंदिर के लिए भूमि पूजन किया है।

By Vinay TiwariEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 05:18 PM (IST) Updated:Wed, 05 Aug 2020 06:51 PM (IST)
राममंदिर भूमि पूजन के साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कराया
राममंदिर भूमि पूजन के साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कराया

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन होने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया हैं। ऐसा नहीं है कि इससे पहले किसी प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति ने किसी मंदिर का शिलान्यास या उद्घाटन न किया हो।

इन प्रधानमंत्रियों और राष्ट्रपतियों ने नए सिरे से बनाए जाने वाले मंदिरों का ही शिलान्यास और उद्घाटन किया था मगर प्रधानमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी ने कई सालों से विवाद का सामना कर रहे राममंदिर का सुप्रीम कोर्ट से फैसला आ जाने के बाद उसकी नींव रखी। इससे पहले पीएम मोदी 29 साल पहले अयोध्या गए थे, अब 30 वें साल में यहां पहुंचने के बाद उन्होंने भव्य और दिव्य राममंदिर निर्माण की आधारशिला रखी। ये पहला मौका होगा जब किसी प्रधानमंत्री ने नए बनाए जाने वाले भव्य मंदिर के लिए भूमि पूजन किया हो।

पहली बार किया भूमिपूजन 

पीएम नरेंद्र मोदी ने पहली बार किसी मंदिर के भूमिपूजन में हिस्सा लिया और विधिवत कार्य संपन्न कराया। इससे पहले कोई भी प्रधानमंत्री किसी मंदिर निर्माण में शामिल नहीं हुआ न ही उन्होंने इतने विधिविधान के साथ पूजापाठ में हिस्सा लिया। ये तब और महत्वपूर्ण हो जाता है जब कोरोना काल चल रहा हो, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सभी चीजें की जानी हो। यदि आम दिन होते तो राम मंदिर का ये पूजन इतिहास में दर्ज हो जाता। देश दुनिया के कोने-कोने से लोग इस समारोह में हिस्सा लेने के लिए पहुंच जाते।

साल 1991 के बाद पहुंचे अयोध्या 

बताया जाता है कि पीएम नरेंद्र मोदी इससे पहले साल 1991 में अयोध्या गए थे, उसके बाद अब वो दुबारा अयोध्या गए। उन्होंने पहले रामभक्त हनुमान के ऐतिहासिक मंदिर हनुमानगढ़ी का दर्शन किया उसके बाद वो राममंदिर के पूजन के लिए पहुंचे। एक बात ये भी कही जाती है कि साल 1990 के दौरान अयोध्या तो कई बड़े नेता गए मगर उन्होंने जन्मभूमि दर्शन नहीं किया। वो वहां जाने से कतराते रहे जिससे उन पर कहीं कोई राजनीतिक आरोप न लगने लगे। इंदिरा गांधी, राजीव गांधी सरीखे नेताओं ने भी यहां चुनावी सभाओं के दौरान हनुमानगढ़ी का दर्शन किया।

अक्षरधाम मंदिर 

6 नवंबर 2005 को दिल्‍ली स्थित अक्षधाम मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्‍टर एपीजे अब्दुल कलाम, भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी उपस्थित थे। 17 दिसंबर 2007, इसको विश्व के सबसे बड़े हिंदू मंदिर परिसर के रूप में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकार्ड में दर्ज किया गया।

यूएई में हिंदू मंदिर की आधारशिला 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 11 फरवरी 2018 को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर की आधारशिला रखी थी। उन्‍होंने वीडियो लिंकिंग के जरिए इसकी आधारशिला रखी थी। अबू धाबी में बनने वाले भव्य मंदिर के लिए 125 करोड़ भारतीयों की ओर से वली अहद शहजादा मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को धन्यवाद दिया था। आपको बता दें कि अबू धाबी में भारतीय मूल के तीस लाख से ज्यादा लोग रहते हैं जो यहां की अर्थव्‍यवस्‍था में अहम भूमिका निभाते हैं।

सोमनाथ मंदिर 

1 दिसंबर 1955 को भारत के तत्‍कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद जी ने इस मंदिर को राष्ट्र को समर्पित किया वर्तमान भवन के पुनर्निर्माण का आरंभ भारत की स्वतंत्रता के पश्चात् लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने करवाया था। इसको सूर्य मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इसे भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में सर्वप्रथम ज्योतिर्लिंग के रूप में जाना जाता है।  

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