दिल्ली, यूपी और हरियाणा में हवा अभी भी जहरीली, 29 नवंबर से प्रदूषण के स्तर में सुधार के संकेत

राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) का स्तर 386 है जो की बहुत खराब श्रेणी में आता है। वहीं दिल्ली के अलावा यूपी और हरियाणा के लोगों को भी वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ा रहा है।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 08:27 AM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 08:27 AM (IST)
दिल्ली, यूपी और हरियाणा में हवा अभी भी जहरीली,  29 नवंबर से प्रदूषण के स्तर में सुधार के संकेत
दिल्ली में आज वायु गुणवत्ता सूचकांक 386 दर्ज किया गया है।

नई दिल्ली, एजेंसी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत यूपी, हरियाणा में वायु प्रदूषण का स्‍तर आज भी चिंताजनक बना हुआ है। बाते दो दिनों से प्रदूषण के स्तर में वृद्धी दर्ज की जा रही है। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के अनुसार राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता खराब स्थिति में बनी हुई है। राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) का स्तर 386 है, जो की बहुत खराब श्रेणी में आता है। वहीं, दिल्ली के अलावा यूपी और हरियाणा के लोगों को भी वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ा रहा है।

विशेषज्ञों के अनुसार हवा की रफ्तार बढ़ने से 29 नवंबर से प्रदूषण के स्तर में सुधार देखने को मिल सकता है। दिल्ली से सटे पड़ोसी राज्य यूपी के कई इलाकों में भी हालात गंभीर बने हुए हैं। गाजियाबाद के लोनी में वायु गुणवत्ता सूचकांक 440 दर्ज किया गया है। जबकि इंदीरापुरम में 364, संजय नगर में 327 और वसुंधरा में एक्यूआइ का स्तर 379 दर्ज किया गया है। वहीं नोएडा के स्केटर 62 में प्रदूषण का स्तर 441, ग्रेटर नोएडा के नालेज पार्क में 383 दर्ज की गई है।

वहीं, हरियाणा की बात करें तो यहां भी हवा की गुणवत्ता में सुधार होता नहीं दिख रहा है। गुड़गांव के विकास सदन में सुबह सात बजे पीएम2.5 का स्तर 395 दर्ज किया गया, जबकि सेक्टर 55 में 377 और टेरी ग्राम में 387 पर बना हुआ है, जो कि बहुत खराब की श्रेणी में आता है। वहीं, फरीदाबाद के सेक्टर 11 में प्रदूषण का स्तर 462 दर्ज किया गया है, जबकि सेक्टर 16ए में यह स्तर 425 पर बना हुआ है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) को जीरो से 50 के बीच अच्छा माना जाता है, 51 से 100 के बीच इसे संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम श्रेणी, 201 से 300 के बीच खराब श्रेणी, 301 से 400 के बीच बहुत खराब श्रेणी और 401 से 500 के बीच गंभीर श्रेणी का माना जाता है।

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने प्रदुषण पर सुनवाई के दौरान दिल्ली-एनसीआर में अगले आदेश तक निर्माण कार्यों पर रोक लगाने का निर्देश दिया था, जिसके बाद दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने राजधानी में निर्माण कार्यं पर बृहस्पतिवार से फिर से प्रतिबंध लगा दिया। दिल्ली सरकार ने वायु गुणवत्ता में सुधार को देखते हुए स्कूल और कालेजों को 29 नवंबर से फिर शुरू करने का फैसला किया है।

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