संकट की घड़ी में ऑक्सीजन लाने-पहुंचाने में जी जान से जुटीं वायुसेना व नौसेना, अन्य देशों से भी मदद जारी

जब कुछ लोग कोरोना पीड़ितों की मजबूरी का फायदा उठाकर दवाएं और आक्सीजन की कालाबाजारी कर रहे हैं वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपनी तरफ से मदद का हाथ बढ़ाकर देश और समाज का भला करने की सोच रहे हैं।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 08:30 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 08:30 AM (IST)
संकट की घड़ी में ऑक्सीजन लाने-पहुंचाने में जी जान से जुटीं वायुसेना व नौसेना, अन्य देशों से भी मदद जारी
संकट की घड़ी में ऑक्सीजन लाने-पहुंचाने में जी जान से जुटीं वायुसेना व नौसेना, अन्य देशों से मदद भी जारी

नई दिल्ली, एजेंसियां। ऐसे समय में जब कुछ लोग कोरोना पीड़ितों की मजबूरी का फायदा उठाकर दवाएं और आक्सीजन की कालाबाजारी कर रहे हैं वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपनी तरफ से मदद का हाथ बढ़ाकर देश और समाज का भला करने की सोच रहे हैं। भारतीय वायुसेना, नौसेना और रेलवे दिन रात इसी काम में जी जान से जुटी हैं। उधर, बीती रात इजरायल से भी भारत को मदद भेजी गई है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर 1,300 ऑक्सीजन 400 वेंटिलेटर सहित कई मेडिकल उपकरण इजरायल ने भेजे हैं।

भारतीय वायुसेना के विशेष मालवाहक विमान आइएल-76 से इंडोनेशिया की राजधानी से दो आक्सीजन कंटेनर आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम शहर लाए गए। वायुसेना के बयान के अनुसार वायुसेना का एक अन्य विमान फ्रांस के बोर्डाक्स शहर से दो आक्सीजन जनरेटर लेकर हिंडन बेस पर पहुंचने वाला है। वहीं एक अन्य विमान जर्मनी के फ्रैंकफुर्त शहर से आक्सीजन बनाने का कच्चा माल जियोलाइट लेकर आ रहा है। उधर, भारतीय नौसेना का पोत ऐरावत सिंगापुर से 20 टन क्षमता के आठ क्रायोजेनिक टैंकर, 3150 खाली आक्सीजन सिंलेंडर, 500 भरे हुए सिलेंडर और अन्य सामग्री लेकर सोमवार को विशाखापत्तनम पहुंच रहा है।

इस्पात निर्माता कंपनी पोलाड ने शुरू की आक्सीजन आपूर्ति महाराष्ट्र के जालना में इस्पात बनाने वाली कंपनी पोलाड ने 2.5 करोड़ का प्लांट लगाकर आक्सीजन की निशुल्क आपूर्ति शुरू कर दी है। कंपनी के निदेशक नितिन काबरा ने बताया कि इस समय हम हर दिन आक्सीजन के 300 जंबो सिलेंडर तैयार करा रहे हैं। इसमें से 200 सिलेंडर निशुल्क वितरण के लिए हैं जबकि 100 सिलेंडर फैक्ट्री में औद्योगिक इस्तेमाल के लिए रखते हैं। ---

आक्सीजन उपकरणों को दी जाएजीएसटी से छूट

महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी सरकार में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार से आक्सीजन संबंधी उपकरणों को जीएसटी से छूट देने की मांग की है। पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने एक ट्वीट के साथ एसोसिएटेड चैंबर्स आफ कामर्स इंडस्ट्री का पत्र संलग्न कर कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए 31 मार्च 2022 तक इन उपकरणों पर लगने वाला 12 फीसद जीएसटी नहीं वसूला जाना चाहिए।

इन्होंने बढ़ाया मदद का हाथ

रविवार को ब्रिटेन से तीन आक्सीजन जनरेटर और एक हजार वेंटिलेटर भारत पहुंच गए। दक्षिण कोरिया से भेजी गई मदद सोमवार को भारत पहुंच जाएगी। इंचियान शहर से भेजी गई इस सामग्री में आक्सीजन सिलेंडर, कंसंट्रेटर और उन्य उपकरण शामिल हैं। एमिरेट्स एयरलाइंस ने कहा है कि वह दुबई से भारत आने वाली कोरोना संबंधी किसी भी राहत सामग्री की मुफ्त में ढुलाई करेगी। देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी मारुति ने पीएसए आक्सीजन जनरेटर प्लांट की स्थापना के लिए एनसीआर की दो कंपनियों से हाथ मिलाया है।

चीन ने भी मदद

चीन की रेड क्रास सोसायटी ने भारत की रेडक्रास सोसायटी को 100 आक्सीजन कंसंट्रेटर, 40 वेंटीलेटर और दवाएं भेजी हैं। जेके पेपर ने गुजरात के सोनगढ़ में सिंहानिया पब्लिक स्कूल में आक्सीजन सुविधा से युक्त 50 बेड की कोविड फैसिलिटी स्थापित की है। आंध्र प्रदेश सरकार ने आक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति के लिए राजधानी अमरावती में एक राज्यस्तरीय वार रूम स्थापित किया है। इसी तरह सभी जिला मुख्यालयों पर भी वार रूम स्थापित किए गए हैं। 

स्पाइसएक्सप्रेस ने चीन के वुहान, बीजिंग, नानजिंग और हांगकांग शहरों से 9,600 आक्सीजन कंसंट्रेटर लेकर कोलकाता और दिल्ली पहुंचाए।  नेशनल हाइवे अथारिटी आफ इंडिया आंध्र प्रदेश के चार जिलों में तीन हजार लीटर क्षमता के चार आक्सीजन प्लांट लगाने जा रही है। इसके अलावा राज्य के 38 और स्थानों को प्लांट लगाने के लिए चिह्नित किया गया है। 

दिल्ली स्थित डेलमोज कंपनी ने राजस्थान के अस्पतालों के लिए रूस से 300 आक्सीजन कंसंट्रेटर की खेप मंगाई है। यह खेप एयरोफ्लोत के विमान से रविवार सुबह दिल्ली पहुंच गई। इजरायल के भारत में राजदूत रान मल्का ने कहा कि कोरोना के हालात से निपटने के लिए उनका देश बारत मं जल्द ही विशेषज्ञों की टीमें भेजेगा। ये टीमें भारत में आक्सीजन कंसंट्रेटर विकसित करने में मदद करेंगी।

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