वायुसेना प्रमुख का बड़ा बयान, कहा- जम्मू वायुसेना अड्डे पर ड्रोन हमला आतंकी कार्रवाई

वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू में वायु सेना के अड्डे पर हुआ ड्रोन हमला एक आतंकी कार्रवाई थी। इस आतंकी हमले का मकसद भारत की प्रमुख सैन्य संपत्तियों को निशाना बनाना था।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Fri, 02 Jul 2021 08:58 PM (IST) Updated:Sat, 03 Jul 2021 12:11 AM (IST)
वायुसेना प्रमुख का बड़ा बयान, कहा- जम्मू वायुसेना अड्डे पर ड्रोन हमला आतंकी कार्रवाई
वायु सेना प्रमुख ने कहा है कि जम्मू में वायु सेना के अड्डे पर हुआ ड्रोन हमला आतंकी कार्रवाई थी।

नई दिल्ली, पीटीआइ। वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू में वायु सेना के अड्डे पर हुआ ड्रोन हमला एक आतंकी कार्रवाई थी। इस आतंकी हमले का मकसद भारत की प्रमुख सैन्य संपत्तियों को निशाना बनाना था। उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना सुरक्षा की ऐसी चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी क्षमताओं को और मजबूत बना रही है।

उठाए जा रहे कई कदम 

एयर चीफ मार्शल ने कहा कि भारतीय वायु सेना ने ड्रोन और अन्य समान क्षमताओं के राज्येतर तत्वों के हाथ में पड़ने के प्रभाव का विस्तृत विश्लेषण किया है और इनसे निपटने के लिए कई कदम उठा रही है।

यह आतंकी कार्रवाई

एक थिंक टैंक के साथ बातचीत के सत्र में उन्होंने कहा, जम्मू में जो हुआ वह निश्चित तौर पर आतंकी कार्रवाई थी, जिसकी कोशिश हमारी संपत्तियों को निशाना बनाना था। जाहिर है कि वह प्रयास विफल रहा। संपत्तियों को कोई नुकसान नहीं हुआ। उल्लेखनीय है रविवार को जम्मू में वायु सेना के अड्डे पर हमला करने के लिए विस्फोटकों से लैस ड्रोनों का इस्तेमाल किया गया था। भारत में महत्वप‌रू्ण सैन्य प्रतिष्ठान पर हमले के लिए पाक के संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा मानवरहित हवाई यानों (यूएवी-ड्रोन) का इस्तेमाल करने का यह पहला मामला है।

हमले की जांच जारी

वायु सेना प्रमुख ने कहा कि इस हमले की विस्तृत जांच जारी है। जांच के परिणाम के आने पर सभी तरह के कदम उठाए जाने की तैयारी है। भारतीय वायु सेना ने साफ्ट किल यानी बिना किसी विध्वंस के दुश्मनों के ठिकानों को निशाना बनाने और ड्रोन रोधी प्रणाली के संबंध में अपनी क्षमता बढ़ाने के वास्ते योजना और जरूरी प्रणाली को लेकर काफी हद तक विश्लेषण किया है।

त्वरित प्रतिक्रिया की क्षमता होनी चाहिए

वायुसेना प्रमुख ने कहा कि हमारे लिए कम समय में प्रतिक्रिया देना संभव होना चाहिए, त्वरित प्रतिक्रिया और इससे निपटने की क्षमता होनी चाहिए। यह लक्ष्य निश्चित तौर पर आतंकी हमले जैसी स्थिति से निपटने के लिए ऊर्जा निर्देशित प्रकार का लक्ष्य बनाने जैसा होना चाहिए।

जल्‍द इन खतरों से निपटने की होगी प्रणाली 

उन्होंने कहा कि इन सारे मुद्दों पर विचार किया गया और कई परियोजनाओं पर पहले से काम शुरू हो गया है। कुछ प्रणालियां काम पर लगा दी गई हैं। हमलों का संदर्भ देते हुए, वायुसेना प्रमुख ने कहा कि जब हमला हुआ उस वक्त दृश्यता नहीं थी। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द हमारे पास पर्याप्त प्रणालियां होंगी। हम लक्ष्य बनाकर इस तरह के खतरे से निपटने के रास्ते खोज लेंगे। 

chat bot
आपका साथी