सैन्य कार्रवाई से नहीं निकल सकता अफगानिस्तान की स्थिति का हल : एस. जयशंकर

राज्यसभा में अनुपूरक प्रशनों का जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा कि बल प्रयोग करके अफगानिस्तान की सत्ता को हासिल नहीं किया जा सकता है। भारत इस मसले को गंभीरता से ले रहा है और इसके राजनीतिक हल के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ काम करेगा।

By Neel RajputEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 04:31 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 04:31 PM (IST)
सैन्य कार्रवाई से नहीं निकल सकता अफगानिस्तान की स्थिति का हल : एस. जयशंकर
कहा, अफगानिस्तान की सत्ता पर बलपूर्वक कब्जा नहीं किया जा सकता

नई दिल्ली, एएनआइ। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को राज्यसभा में कहा कि अफगानिस्तान की स्थिति का हल सैन्य कार्रवाई से नहीं निकाला जा सकता है। उन्होंने बताया कि अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति के बारे में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ बहुत विस्तृत चर्चा हुई और वो दोनों इस बात पर सहमत हुए हैं। उन्होंने बातचीत के जरिए राजनीतिक हल निकालने पर जोर दिया है।

राज्यसभा में अनुपूरक प्रशनों का जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा कि बल प्रयोग करके अफगानिस्तान की सत्ता को हासिल नहीं किया जा सकता है। भारत इस मसले को गंभीरता से ले रहा है और इसके राजनीतिक हल के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ काम करेगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत इस मसले को गंभीरता से ले रहा है और इसके राजनीतिक हल के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ काम करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत बल प्रोयग से निकले किसी भी परिणाम को स्वीकर नहीं करेगा।

अफगानिस्तान में चल रही स्थिति के बारे में केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'इसका सैन्य समाधान नहीं निकल सकता है, अफगानिस्तान में बल के प्रयोग से सत्ता पर कब्जा नहीं किया जा सकता है। हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ काम करेंगे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि राजनीतिक वार्ता से समझौते को गंभीरता से लिया जा रहा है और हम उस परिणाम को कभी स्वीकार नहीं करेंगे जो बल द्वारा तय किया जाता है।'

एंटी ब्लिंकन ने अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान अफगानिस्तान, इंडो-पैसिफिक और COVID-19 सहयोग सहित कई द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। इससे पहले बुधवार को, जयशंकर ने अफगानिस्तान में शांति वार्ता के महत्व को रेखांकित किया था और युद्धग्रस्त देश में एकतरफा इच्छा थोपने के खिलाफ बात की थी।

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