आइएमडी के मुताबिक- 20 साल बाद जनवरी और फरवरी सबसे अधिक गर्म रहे

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के मुताबिक पिछले 121 सालों के औसत तापमान के आधार पर जनवरी सर्दियों का तीसरा सबसे गर्म महीना था वहीं न्यूनतम तापमान के आधार पर फरवरी दूसरा सबसे गर्म महीना दर्ज किया गया।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 01:52 AM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 01:52 AM (IST)
आइएमडी के मुताबिक- 20 साल बाद जनवरी और फरवरी सबसे अधिक गर्म रहे
उत्तर पश्चिमी भारत में 1901 के बाद से फरवरी में न्यूनतम तापमान सबसे ज्यादा रहा।

नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के मुताबिक पिछले 121 सालों के औसत तापमान के आधार पर, जनवरी सर्दियों का तीसरा सबसे गर्म महीना था वहीं न्यूनतम तापमान के आधार पर फरवरी दूसरा सबसे गर्म महीना दर्ज किया गया।

उत्तर पश्चिमी भारत में 1901 के बाद से फरवरी में न्यूनतम तापमान सबसे ज्यादा रहा 

आइएमडी के मुताबिक 1901 के बाद से अब तक उत्तर पश्चिमी भारत के लिए फरवरी में न्यूनतम तापमान सबसे ज्यादा रहा। वर्ष 1901-2021 के बीच किया गया विश्लेषण यह दिखाता है कि जनवरी 2021 में अखिल भारतीय औसत न्यूनतम तापमान 14.78 डिग्री सेल्सियस था। वर्ष 1919 में जनवरी का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस था और यह अब तक की सबसे गर्म जनवरी थी। आइएमडी ने कहा, 'इसलिए जनवरी 2021, वर्ष 1958 के बाद से 62 साल में सबसे गर्म महीना था।'

दक्षिण भारत में 121 साल में जनवरी माह सबसे ज्यादा गर्म रहा

आइएमडी के मुताबिक दक्षिण भारत में कुछ ज्यादा ही गर्मी रही। 121 साल में जनवरी में यह क्षेत्र सबसे ज्यादा गर्म रहा। दक्षिण भारत में इस साल जनवरी में 22.33 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। जनवरी, 1919 में इस क्षेत्र में 22.14 डिग्री सेल्सियस और जनवरी, 2020 में 21.93 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

पश्चिमी विक्षोभ में कमी के कारण अचानक तापमान में बढ़ोत्तरी हुई

दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों और उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान सामान्य से पांच-छह डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है। तापमान का यह रुझान आगे भी बने रहने की संभावना है। दरअसल, पश्चिमी विक्षोभ में कमी के कारण अचानक तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है। इसके वापस आने के बाद गर्मी के प्रकोप से थोड़ी राहत जरूर मिलेगी। 

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