आदिवासी विकास पर एंड टू‌ एंड केंद्रीकृत ऑनलाइन इंटरैक्टिव प्रशिक्षण मंच बनाने के लिए प्रशिक्षण पोर्टल लॉन्च किया गया

जनजातीय मामलों के मंत्रालय (MOTA) ने आदिवासी विकास पर एंड-टू-एंड केंद्रीकृत ऑनलाइन इंटरैक्टिव प्रशिक्षण मंच बनाने के लिए आदि-प्रशिक्षण पोर्टल लॉन्च किया है। जो आदिवासी समुदाय व अन्य संगठन के अधिकारियों शिक्षकों एसएचजी महिलाओं की क्षमताओं (ज्ञान कौशल दृष्टिकोण के संदर्भ में) को मजबूत करने के लिए बनाया गया है।

By Ashisha SinghEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 10:32 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 10:32 AM (IST)
आदिवासी विकास पर एंड टू‌ एंड केंद्रीकृत ऑनलाइन इंटरैक्टिव प्रशिक्षण मंच बनाने के लिए प्रशिक्षण पोर्टल लॉन्च किया गया
आदिवासी विकास पर एंड टू‌ एंड केंद्रीकृत ऑनलाइन इंटरैक्टिव प्रशिक्षण मंच बनाने के लिए आदि प्रशिक्षण पोर्टल लॉन्च किया गया

दिल्ली, एजेंसी। जनजातीय मामलों के मंत्रालय (MOTA) ने आदिवासी विकास पर एंड-टू-एंड केंद्रीकृत ऑनलाइन इंटरैक्टिव प्रशिक्षण मंच बनाने के लिए 'आदि-प्रशिक्षण पोर्टल' लॉन्च किया है। जो मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित अनुसंधान संस्थान (टीआरआई), जनजातीय छात्रों की शिक्षा के लिए राष्ट्रीय सोसायटी (एनईएसटीएस) युवा और आदिवासी समुदाय व अन्य संगठन के सरकारी अधिकारियों, एसटी पीआरआई सदस्यों, शिक्षकों, एसएचजी महिलाओं की क्षमताओं (ज्ञान, कौशल, दृष्टिकोण के संदर्भ में) को मजबूत करने के लिए बनाया गया है।

जनजातीय युवाओं और युवतियों को मिलेगा रोजगार का अवसर

जनजातीय मामलों के मंत्रालय (MOTA) ने राज्य जनजातीय अनुसंधान संस्थानों (TRI), जनजातीय मामलों के मंत्रालय, नेशनल सोसाइटी फॉर एजुकेशन ऑफ ट्राइबल द्वारा आयोजित सभी प्रशिक्षण कार्यक्रमों के केंद्रीय भंडार के रूप में कार्य करने के लिए 16 जून 2021 को 'आदि-प्रशिक्षण पोर्टल' लॉन्च किया है। पोर्टल का मुख्य उद्देश्य आदिवासी विकास पर एक संपूर्ण केंद्रीकृत ऑनलाइन इंटरैक्टिव प्रशिक्षण मंच तैयार करना है जो जनजातीय युवाओं और युवतियों को मिलेगा रोजगार के अवसर प्राप्त करने में सहयोगी होगा। ऑनलाइन इंटरेक्शन (बातचीत) से प्रशिक्षण आयोजकों, विषयगत विशेषज्ञों/संसाधन व्यक्तियों, मास्टर प्रशिक्षकों, प्रशिक्षुओं और प्रशिक्षण सामग्री को एक स्थान पर एक साथ लाएगा। जिससे जनजाति समुदाय के लोगों को प्रशिक्षित किया जा सकेगा।

कोरोना काल में शिक्षा प्रणाली सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है जिससे रोजगार पर खासा असर पड़ा है। ऐसे में 'आदि-प्रशिक्षण पोर्टल' के तहत जनजातीय युवाओं और युवतियों को शिक्षित किया जा सकेगा साथ ही रोजगार अनुसार उन्हें ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा।

बता दें कि गुजरात ट्राइबल रिसर्च एंड ट्रेनिंग सोसाइटी, गांधीनगर सहित सभी जनजातीय अनुसंधान संस्थानों को 'आदि-प्रशिक्षण पोर्टल' की कार्यप्रणाली पर प्रशिक्षण दिया गया है। मंत्रालय द्वारा आयोजित या वित्त पोषित प्रशिक्षण कार्यक्रमों से संबंधित सभी प्रशिक्षकों, प्रशिक्षुओं और मास्टर प्रशिक्षकों को इस पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण (रजिस्टर) करवाना आवश्यक होगा।

आदिवासी विकास पर एंड टू‌ एंड केंद्रीकृत ऑनलाइन इंटरैक्टिव प्रशिक्षण मंच बनाने के लिए 'आदि-प्रशिक्षण पोर्टल लॉन्च' के बारे मे जनजातीय कार्य राज्य मंत्री रेणुका सिंह सरुता ने सोमवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

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