पुलीचिंताला बांध का एक हाइड्रोलिक गेट पानी के भारी निर्वहन के कारण बहा

आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में पुलीचिंताला बांध का एक गेट पानी के भारी निर्वहन के कारण बह गया। कृष्णा जिला कलेक्टर जे निवास ने कहा कि गुरुवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे बांध के 16वें गेट में तकनीकी खराबी आ गई।

By Ashisha SinghEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 12:11 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 12:11 PM (IST)
पुलीचिंताला बांध का एक हाइड्रोलिक गेट पानी के भारी निर्वहन के कारण बहा
पुलीचिंताला बांध का एक हाइड्रोलिक गेट पानी के भारी निर्वहन के कारण बहा

कृष्णा (आंध्र प्रदेश), एएनआइ। आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में पुलीचिंताला बांध का एक गेट पानी के भारी निर्वहन के कारण बह गया। बांध का यह गेट अधिक पानी छोड़ने से हुई तकनीकी दिक्कतों के कारण बहा है। कृष्णा जिला कलेक्टर जे निवास ने कहा कि गुरुवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे बांध के 16वें गेट में तकनीकी खराबी आ गई। इसे स्टॉप लॉक गेट से बदल दिया जाएगा। इसके लिए बांध से पानी छोड़ा जा रहा है।

पानी के भारी निर्वहन से बहा गेट

कृष्णा जिले में केएल राव बहुउद्देश्यीय सिंचाई परियोजना (पुलीचिंतला) में एक बड़ा हादसा हुआ जब पानी के भारी उछाल के कारण हाइड्रोलिक संचालित गेट नंबर 16 बह गया। यह हादसा सुबह 3 बजे हुआ जब इंजीनियर गेट को 4 फीट की ऊंचाई तक उठाने की कोशिश कर रहे थे।

क्या कहा जिला कलेक्टर जे निवास ने

कृष्णा जिले में पुलीचिंताला बांध के हाइड्रोलिक फाटक बहने का ब्यौरा देते हुए जिला कलेक्टर जे निवास ने बयान में कहा कि तड़के करीब साढ़े तीन बजे बांध के 16वें गेट में तकनीकी खराबी आ गई. इसे स्टॉप लॉक गेट से बदल दिया जाएगा। इसके लिए बांध से पानी छोड़ा जा रहा है। जिला कलेक्टर ने कहा कि, आठ से 12 घंटे में करीब पांच लाख क्यूसेक पानी प्रकाशम बैराज तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा, 'नदी क्षेत्र के लोगों को सतर्क रहना चाहिए। उन्हें नदी में नहीं जाना चाहिए। उन्हें अपने जानवरों और नावों की देखभाल करनी चाहिए। निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाना चाहिए। सभी तहसीलदार और राजस्व कर्मचारी सतर्क हैं।'

पुलीचिंतला बांध में आज सुबह 2,00,804 क्यूसेक और 1,10,000 क्यूसेक पानी बह रहा है। प्रकाशम बैराज से 33,750 क्यूसेक और 41,717 क्यूसेक पानी बह रहा है। 

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