सरकार ने 2,550 विदेशी तब्लीगियों के भारत आने पर लगाया 10 साल का प्रतिबंध

केंद्र सरकार ने तब्‍लीगी जमात की गतिविधियों में शामिल होने के कारण 2550 विदेशी नागरिकों की भारत यात्रा 10 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 04:47 PM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 08:40 PM (IST)
सरकार ने 2,550 विदेशी तब्लीगियों के भारत आने पर लगाया 10 साल का प्रतिबंध
सरकार ने 2,550 विदेशी तब्लीगियों के भारत आने पर लगाया 10 साल का प्रतिबंध

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सरकार ने भारत आकर वीजा शर्तों का उल्लंघन करने वाले 2,550 विदेशी तब्लीगियों को प्रतिबंधित कर दिया है। गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार इन तब्लीगियों को अगले 10 साल तक भारत आने का वीजा जारी नहीं किया जाएगा। यानी वे भारत नहीं आ सकेंगे। कोरोना के कारण लागू पहले चरण के लॉकडाउन के दौरान निर्देशों का उल्लंघन करते हुए निजामुद्दीन के मरकज में मजहबी आयोजन में हजारों की संख्या में तब्लीगी एकत्र हुए थे। यही नहीं, इनमें से कई तब्लीगी कोरोना से संक्रमित होने के बावजूद देश के विभिन्न हिस्सों में घूमते रहे थे।

वीजा नियमों के उल्लंघन के कारण की गई कार्रवाई

गृह मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार विदेश से आए तब्लीगी जमात के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई भारत के वीजा नियमों के उल्लंघन के कारण की गई है। इसका कोरोना संकट से कोई संबंध नहीं है। इन विदेशी तब्लीगियों ने भारत आने के लिए पर्यटन वीजा की कैटेगरी में एप्लाई किया था। इस वीजा की स्पष्ट शर्त है कि उन्हें भारत में घूमने-फिरने के अलावा अन्य किसी भी व्यावसायिक या धार्मिक गतिविधि में शामिल होने की अनुमति नहीं है। तब्लीगी भारत आने के बाद पर्यटन वीजा की शर्तो का उल्लंघन करते हुए न सिर्फ निजामुद्दीन के मरकज में मजहबी आयोजन में शामिल हुए, बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों में मस्जिदों में जाकर मजहबी चर्चा करते पाए गए।

गृह मंत्रालय ने पहले ही दिए थे संकेत

कोरोना से निपटने के लिए घोषित पहले चरण के लॉकडाउन के दौरान निजामुद्दीन के मरकज में बड़ी संख्या में इन विदेशी तब्लीगियों के जमा होने के बाद ही गृह मंत्रालय ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संकेत दे दिया था। गृह मंत्रालय ने न सिर्फ इन तब्लीगियों को ब्लैकलिस्ट करने का फैसला किया था, बल्कि स्थानीय पुलिस को देश के विभिन्न भागों में रुके विदेशी तब्लीगियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। इसके बाद राज्य सरकारों ने तब्लीगी जमात से जुड़े 2,550 विदेशियों के मस्जिदों में छुपे होने की जानकारी दी थी। तेलंगाना से लेकर यूपी-बिहार और झारखंड तक तमाम राज्यों में कई मस्जिदों से 700 से ऊपर विदेशी पकड़े गए थे। इनमें से ज्यादातर टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे। निजामुद्दीन मरकज में 216 विदेशियों के अलावा लखनऊ में 13, रांची के मस्जिदों में 30, पटना के मस्जिदों में 10 विदेशी पकड़े गए। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ताजा कार्रवाई इसी कड़ी में की गई है।

जेलों में बंद हैं कई तब्लीगी

गृह मंत्रालय के निर्देश के अनुसार स्थानीय पुलिस ने बहुत सारे विदेशी जमातियों को गिरफ्तार किया था और 14 दिन तक क्वारंटाइन में बिताने के बाद उन्हें उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में अस्थायी जेलों में रखा गया है। प्रतिबंधित विदेशियों की सूची में कई ऐसे तब्लीगी भी शामिल हैं, जो हवाई उड़ान प्रतिबंधित होने के पहले ही वापस चले गए थे। गृह मंत्रालय ने यह साफ नहीं किया है कि 10 साल के लिए प्रतिबंधित किए गए विदेशी तब्लीगियों में कितने इस समय भारत में हैं और कितने वापस लौट गए हैं।

इन देशों के नागरिक किए गए ब्लैकलिस्टेड

सूत्रों के मुताबिक, ब्लैकलिस्ट किए गए 2200 विदेशियों में नाइजीरिया, माली, म्यांमार, थाईलैंड, तंजानिया, केन्या, श्रीलंका, जिबूती, दक्षिण, अफ्रीका, बांग्लादेश, यूके (OCI कार्ड धारक) ऑस्ट्रेलिया और नेपाल के नागरिक शामिल हैं। इन पर अगले 10 साल तक भारत में आने पर प्रतिबंध लगाया गया है।

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