बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं पैरेंट्स, ज्यादातर अभिभावक स्कूल भेजने को तैयार नहीं

सरकार का कहना है कि जब तक कि देश के ज्यादातर लोगों का वैक्सीनेशन नहीं हो जाता है स्कूल नहीं खोले जा सकते हैं। वहीं एक्सपर्ट्स का भी यही मानना है कि स्कूल खुलने से देश में कोरोना के मामलों बढ़ोतरी होगी।

By Neel RajputEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 02:00 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 04:22 PM (IST)
बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं पैरेंट्स, ज्यादातर अभिभावक स्कूल भेजने को तैयार नहीं
तीसरी लहर की संभावना के बीच फिलहाल नहीं खुलेंगे स्कूल

नई दिल्ली, आइएएनएस। अधिकांश माता-पिता अभी बच्चों को स्कूल भेजने को तैयार नहीं हैं। देश के विभिन्न क्षेत्रों में किए गए सर्वे के मुताबिक, 76 फीसद पैरेंट्स का कहना है कि जब तक उनके जिले में कोरोना संक्रमण के मामले आना बंद नहीं हो जाते हैं या फिर बच्चों का टीकाकरण नहीं हो जाता है तब तक वो बच्चों को स्कूल भेजने को तैयार नहीं हैं। बता दें कि देश में कोरोना की दूसरी लहर चल रही है और तीसरी लहर की पूरी संभावना जताई जा रही है। इसके मद्देनजर सभी बोर्ड्स ने 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षाएं भी रद कर दी हैं। ऐसे में अभिभावकों की चिंता भी बढ़ गई है। अगर चार महीने पहले के आंकड़ों से तुलना करें तो बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर तैयार अभिभावकों की संख्या 69 फीसद से घटकर 20 फीसद रह गई है।

लोकल सर्किल्स के सर्वे के आधार पर इस हफ्ते सरकार ने अपनी डेली ब्रीफिंग में घोषणा की थी कि हालिया माहौल में स्कूल खोलना मुश्किल है। सरकार का कहना है कि जब तक कि देश के ज्यादातर लोगों का वैक्सीनेशन नहीं हो जाता है, स्कूल खोलना मुश्किल होगा। वहीं, एक्सपर्ट्स का भी यही मानना है कि स्कूल खुलने से देश में कोरोना के मामलों बढ़ोतरी होगी। बता दें कि पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर का असर बच्चों पर ज्यादा देखा गया है। वहीं, जब तीसरी लहर को लेकर आशंका जताई जा रही है तो स्कूल खोलना और ज्यादा जोखिम भरा हो सकता है।

जुलाई में बच्चों पर वैक्सीन के ट्रायल की तैयारी कर रहा सीरम इंस्टीट्यूट

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया जुलाई के महीने में बच्चों पर नोवावैक्स (Novavax) के ट्रायल की योजना बना रहा है। इसके अलावा भारत बायोटेक की दो वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। वहीं, जायडस की कोरोना वैक्सीन का ट्रायल 12-18 साल के आयुवर्ग के बच्चों पर शुरू हो चुका है।

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