एससी-एसटी के लिए खुलेंगे 75 विज्ञान व तकनीक नवाचार केंद्र : जितेंद्र सिंह
विज्ञान एवं तकनीक विभाग (डीएसटी) पिछले दो वर्षों में 20 एसटीआइ हब (एससी के लिए 13 और एसटी के लिए सात) स्थापित कर चुका है। हर केंद्र विभिन्न क्षेत्रों में 20000 अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की आबादी को सीधे लाभान्वित करेगा।
नई दिल्ली, आइएएनएस। केंद्रीय विज्ञान एवं तकनीक राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने बुधवार को बताया कि देश भर में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए 75 विज्ञान प्रौद्योगिकी और नवाचार (एसटीआइ) केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि ये केंद्र न केवल वैज्ञानिक प्रतिभाओं को बढ़ावा देंगे बल्कि इन समुदायों के सामाजिक आर्थिक विकास में भी योगदान देंगे। विज्ञान एवं तकनीक विभाग (डीएसटी) पिछले दो वर्षों में, 20 एसटीआइ हब (एससी के लिए 13 और एसटी के लिए सात) स्थापित कर चुका है। हर केंद्र विभिन्न क्षेत्रों में 20,000 अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की आबादी को सीधे लाभान्वित करेगा।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्तरीय समीक्षा बैठक में मंत्री ने 75वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन का जिक्र करते हुए कहा कि बुनियादी जरूरतों को पूरा करने की चिंता के साथ-साथ दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को आरक्षण सुनिश्चित किया जा रहा है।
हाल ही में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में भी अखिल भारतीय कोटे में ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षण सुनिश्चित किया गया है और संसद में कानून बनाकर राज्यों को ओबीसी की अपनी सूची बनाने का अधिकार दिया गया है।